निगम के सफाईकर्मी का शव सड़क पर रखकर किया जाम, राहगीरों से की मारपीट

निगम के सफाईकर्मी सुरेश महतो (35) की मौत के बाद परिजनों ने रविवार को सड़क जाम कर हंगामा किया. पुरानी गुदरी व पुरानी बाजार में करीब तीन घंटे तक जम कर प्रदर्शन किया. परिजन चार लाख मुआवजे के अलावे परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग कर रहे थे. काफी देर तक सड़क जाम व हंगामें के बावजूद पुलिस के नहीं पहुंचने से आक्रोश बढ़ गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच शामिल असामाजिक तत्वों ने राहगीरों के साथ मारपीट व बदसलूकी की.

By Prabhat Khabar | December 21, 2020 6:44 AM

निगम के सफाईकर्मी सुरेश महतो (35) की मौत के बाद परिजनों ने रविवार को सड़क जाम कर हंगामा किया. पुरानी गुदरी व पुरानी बाजार में करीब तीन घंटे तक जम कर प्रदर्शन किया. परिजन चार लाख मुआवजे के अलावे परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग कर रहे थे. काफी देर तक सड़क जाम व हंगामें के बावजूद पुलिस के नहीं पहुंचने से आक्रोश बढ़ गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों के बीच शामिल असामाजिक तत्वों ने राहगीरों के साथ मारपीट व बदसलूकी की.

परिजनों को मुआवजे का अश्वासन दिया गया

हंगामा बढ़ने की सूचना पर नगर थानेदार ओमप्रकाश पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. परिजनों को मुआवजे का अश्वासन दिया, तब जाकर परिजन शव को सड़क से हटाकर अंतिम संस्कार के लिए ले गये. इधर, हिरासत में लिये गये ट्रैक्टर चालक से दूसरे दिन भी काजीमोहम्मदपुर थाने में पूछताछ जारी थी. जब्त ट्रैक्टर का पुलिस कागजात व फिटनेस संबंधित अन्य जानकारियां जुटा रही हैं.

कूड़ा डंप करने के बाद लौटने के दौरान हुआ हादसा

पुरानी गुदरी के बहलखाना रोड निवासी सुरेश महतो निगम में संविदा पर सफाईकर्मी का काम करते थे. शनिवार की शाम रौतनिया से कूड़ा डंप करने के बाद लौटने के दौरान अघोरिया बाजार चौक के समीप ट्रैक्टर का अचानक ब्रेक लगने के कारण सुरेश महतो नीचे गिर गया. इस बीच ट्रैक्टर का पिछला चक्का उसके ऊपर चढ़ गया. मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया.

Also Read: Air Quality Index: 11 महीने बाद फिर देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर रहा मुजफ्फरपुर, जानें शहर की हवा क्यों हुई खराब
रविवार की सुबह पोस्टमार्टम से शव आते ही सड़क किया जाम

रविवार की सुबह पोस्टमार्टम से जैसे ही सफाईकर्मी का शव बहलखाना रोड पहुंचा परिजनों ने मुआवजे को लेकर पुरानी गुदरी को जाम कर दिया. काफी देर रात सड़क जाम रखने के बाद भी पुलिस व निगम की ओर से कोई अधिकारी परिजन का हाल लेने नहीं पहुंचे तो आक्रोश बढ़ गया.

पुरानी गुदरी के बाद पुरानी बाजार को भी किया जाम

दो घंटे तक आक्रोशित लोग शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करते रहे. इसके बाद भी निगम व पुलिस कर्मी नहीं पहुंचे तो अक्रोश बढ़ गया. इसके बाद सभी पुरानी बाजार पहुंच कर उसको भी जाम कर दिया. दो घंटे बाद पुलिस पहुंची तब मामला शांत हुआ.

तीन छोटे-छोटे बच्चों की परवरिश के लिए मांगी नौकरी

सफाईकर्मी की पत्नी अपने तीन छोटे-छोटे बच्चाें की परवरिश के लिए निगम के अधिकारियों से नौकरी मांग रही थी, उनका कहना था कि पिताजी दिव्यांग हैं. मां दूसरे घर में चौका बर्तन करती हैं. पति निगम में सफाईकर्मी का काम करके उसके परिवार चलाते थे, अब उनकी मौत के बाद घर का चूल्हा कैसे जलेगा, इसकी चिंता सता रही है.

Next Article

Exit mobile version