बारिश बनी वजह, 21 हजार 933 हेक्टेयर में लगी गेहूं की फसल नष्ट

कुढ़नी में सर्वाधिक बर्बादी, तीन प्रखंडों में मक्का, तिलहन, दलहन की फसल भी हुई खराब

By Prabhat Khabar | March 27, 2024 6:45 PM

कुढ़नी में सर्वाधिक बर्बादी, तीन प्रखंडों में मक्का, तिलहन, दलहन की फसल भी हुई खराब

जिला कृषि विभाग ने प्राथमिक सर्वे के बाद बनायी रिपोर्ट

उपमुख्य संवादददाता, मुजफ्फरपुर

19 से 23 मार्च तक हुई तेज बारिश की वजह से जिले में 65 हजार 76 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी गेहूं की फसल पर असर पड़ा है. इसमें 21 हजार 933 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गयी है. जिला कृषि विभाग ने प्रखंडवार फसल क्षति का डाटा तैयार करते हुए इसे मुख्यालय भेजा है.

विभाग इसे प्राथमिक रिपोर्ट मान रहा है. फिलहाल विस्तृत सर्वेक्षण चल रहा है, सर्वे के बाद फिर वास्तविक डाटा तैयार होगा. सबसे अधिक गेहूं की फसल कुढ़नी प्रखंड में खराब हुई है. बारिश से यहां छह हजार 734 हेक्टेयर गेहूं की फसल प्रभावित हुई थी. सर्वे के हिसाब से मुशहरी, बंदरा, गायघाट, बोचहां, कटरा, औराई, कांटी, मोतीपुर, साहेबगंज, सरैया, मड़वन व कुढ़नी में 33 फीसदी से अधिक फसल की क्षति का आकलन किया गया है, जबकि मुरौल, सकरा, मीनापुर और पारू में 33 फीसदी से कम फसल क्षति की रिपोर्ट तैयार हुई है. रिपोर्ट में कुढ़नी में 249 हेक्टेयर में लगी दलहन और 304 हेक्टेयर में तिलहन की फसल प्रभावित होने की बात कही गयी है. इसके अलावा मीनापुर में 66 हेक्टेयर दलहन, पारू में 56 हेक्टेयर तिलहन और सरैया में 63 हेक्टेयर मक्का की फसल भी तेज बारिश से प्रभावित हुई है. 33 फीसदी से अधिक गेहूं की क्षति का आकलन

प्रखंड – प्रभावित क्षेत्र

मुशहरी – 4506

बंदरा – 2358

गायघाट – 3829

बोचहां – 4867

कटरा – 4516

औराई – 3464

कांटी – 6220

मोतीपुर – 9018

साहेबगंज – 5819

सरैया – 3124

मड़वन – 1007

कुढ़नी – 673433 फीसदी से कम की क्षति

मुरौल – 738

सकरा – 1550

मीनापुर – 1777

पारू – 5549

(प्रभावित क्षेत्र हेक्टेयर में)वर्जन

फसल क्षति का प्राथमिक आकलन किया गया है. विस्तृत सर्वे किया जा रहा है. प्राथमिक सर्वे के हिसाब से गेहूं, मक्का, तिलहन और दलहन की क्षति की रिपोर्ट बनायी गयी है. विस्तृत सर्वे के बाद रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजा जायेगा.- राजन बालान, जिला कृषि पदाधिकारी

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