धर्मांतरण कानून पर झुकने को तैयार नहीं भाजपा, बिहार के फायरब्रांड सांसदों ने रख दी ये मांग

बिहार सरकार भले ही जातीय जनगणना के मुद्दे पर भाजपा और जदयू में सहमति बन गयर हो, लेकिन धर्मांतरण कानून बनाने को लेकर भाजपा और जदयू के बीच नयी टकरार की जमीन तैयार हो रही है. भाजपा के दो फायरब्रांड नेताओं ने देश के अंदर धर्मांतरण कानून बनाने की मांग कर दी है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 10, 2022 3:11 PM

पटना. भाजपा ने बेशक अपने फायरब्रांड नेताओं को धार्मिक बहसों से दूर रहने की हिदायत दी है, लेकिन धर्म जैसे मुद्दों पर भाजपा के फायब्रांड नेताओं के बयान बदस्तूर जारी हैं. बिहार सरकार भले ही जातीय जनगणना के मुद्दे पर भाजपा और जदयू में सहमति बन गयर हो, लेकिन धर्मांतरण कानून बनाने को लेकर भाजपा और जदयू के बीच नयी टकरार की जमीन तैयार हो रही है.

र्मांतरण कानून बनाने की मांग

भाजपा के दो फायरब्रांड नेताओं ने देश के अंदर धर्मांतरण कानून बनाने की मांग कर दी है. केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह और बेगूसराय के ही राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने धर्मांतरण कानून की मांग करते हुए न केवल बिहार बल्कि पूरे भारत में इसे लागू करने की बात कही है.

पूरे देश में कानून बनना चाहिए

केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरे देश में कानून बनना चाहिए. देश में जिस प्रकार से लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है, वो काफी चिंताजनक मामला है. इसे हर हाल में रोकना होगा. बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह शुक्रवार को मुजफ्फरपुर में एमपी एमएलए कोर्ट में एक मामले को लेकर पहुंचे थे. इस क्रम में पत्रकारों ने जब उनसे धर्मांतरण कानून के विषय में पूछा, तो उन्होंने साफ-साफ में कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरे देश में कानून बनना चाहिए.

कांग्रेस राज में भी 6 राज्यों में बना धर्मांतरण कानून

वहीं दूसरी तरफ बेगूसराय में भाजपा के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बिहार में धर्मांतरण कानून बनाने की मांग का समर्थन किया है. भाजपा सांसद ने कहा कि पूरे देश में धर्मांतरण कानून बनना चाहिए. धर्मांतरण कानून आवश्यक ही नहीं बल्कि अनिवार्य होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर यह समस्या गंभीर नहीं है तो कांग्रेस के शासनकाल में इस प्रकार के कानून बनाने की क्या आवश्यकता आन पड़ी थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में भी देश के 6 राज्यों में धर्मांतरण कानून बना था. अब यह बीमारी अन्य राज्यों में ही नहीं पूरे देश में फैल चुकी है, इसलिए पूरे देश में इस प्रकार के कानून की अनिवार्यता आन पड़ी है.

नीतीश ने मांग को किया था खारिज 

मालूम हो कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि बिहार में धर्मान्तरण विरोधी कानून की कोई जरुरत नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में यह कोई समस्या नहीं है. यहां सभी धर्मों का आदर होता है और सभी अपने अपने धर्म को मानते हैं. नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग अगर कुछ करने का प्रयास भी करते हैं तो सरकार यहां हमेशा अलर्ट रहती है, सभी लोग शांति से रहते हैं.

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