महिलाएं पुरुषों की पगड़ी : मृदुला

मुजफ्फरपुर : जब हर हाथ में हुनर होगा, तभी देश का विकास होगा. केंद्र सरकार की बहुत सी योजनाएं महिला मुखी हैं. इसका सही से कार्यान्वयन होगा, तभी विकास की गति और तेज होगी. महिलाएं पुरुषों की पगड़ी हैं. ऐसे में महिलाओं का साथ बहुत जरूरी है. इसमें सभी का सहयोग होना चाहिए. यह बातें […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2018 7:00 AM
मुजफ्फरपुर : जब हर हाथ में हुनर होगा, तभी देश का विकास होगा. केंद्र सरकार की बहुत सी योजनाएं महिला मुखी हैं. इसका सही से कार्यान्वयन होगा, तभी विकास की गति और तेज होगी. महिलाएं पुरुषों की पगड़ी हैं. ऐसे में महिलाओं का साथ बहुत जरूरी है. इसमें सभी का सहयोग होना चाहिए. यह बातें गोवा की राज्यपाल डॉ मृदुला सिन्हा ने रविवार को अटल सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कहीं. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद को उपलब्ध कराना प्रशासन की जिम्मेवारी है.
समय-समय पर इसका फॉलोअप करते रहें, ताकि उससे कोई वंचित न रहे. राज्यपाल मृदुला सिन्हा यहां स्वयंसेवी संस्था ‘साथी’ व ‘पांचवां स्तंभ’ की ओर से ‘विकास की अग्रणी योजनाएं और साथी’ विषय पर आयोजित सेमिनार में बोल रही थीं. इस मौके पर राज्यपाल ने प्रधानमंत्री की कल्याणकारी योजना उज्जवला, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना और सौभाग्य योजना के लाभुकों के अनुभवों को भी सुना.
राज्यपाल ने कहा कि जब उन्होंने 1977 में काम शुरू किया, तो माइक ठीक से पकड़ नहीं पाती थीं. लेकिन, आज महिलाओं को माइक पर बोलते देख काफी खुशी हो रही है. यह इस बात को दर्शाता है कि आज महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि बहुत कम पुरुष हैं, जो महिलाओं को आगे बढ़ने में सहयोग नहीं करते हैं. इनकी संख्या उतनी ही है, जितनी चावल से छंटकर निकले कंकड़ की. महिला बटालियन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिये जाने पर उन्होंने डीएम को धन्यवाद दिया.
विकास के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं की जरूरत. सांसद अजय निषाद ने कहा कि विकास के लिए स्वयंसेवी संस्थाआें की जरूरत होती है. इसमें काम करने वाले लोग अपना कुछ समय गरीबों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए देते हैं. इसके लिए बैंकों को उदार होना होगा.
साथी को अग्रणी होना जरूरी. डीएम मो साेहैल ने कहा कि साथी हो तो विकास संभव है, लेकिन साथी को अग्रणी होना चाहिए. बच्ची के जन्म से लेकर उसके स्नातक तक पढ़ाई करने पर उसे सरकार की ओर से 55 हजार रुपये दिये जाते हैं. कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रामकृपाल सिन्हा, पूर्व सांसद अनिल सहनी, डॉ तारण राय, साथी की अध्यक्ष डॉ संगीता सिन्हा, पांचवां स्तंभ के ध्रुव कुमार मौजूद थे. संचालन डॉ मोनालिशा ने किया. वहीं, कार्यक्रम में स्टेट मिशन मैनेजर रौशन कुमार व रानी चौबे, सीएमएम शिवानंद शर्मा, एनयूएलएम की रूबी कुमारी, धर्मेंद्र कुमार सहित अन्य का सहयोग रहा. अंत में स्किल ट्रेनिंग के बेहतर प्रशिक्षु को प्रमाण पत्र राज्यपाल के हाथों दिया गया. इसमें प्रशिक्षु पवन कुमार, राधा कुमारी, राजा, प्रशांत, कृष्णा, अंजली गुप्ता, अनवर राज, गुड़िया, प्रियंका, मनीष, कोमल, अंजली, प्रशिक्षक ग्लोबल स्किल डेवलपमेंट, एसएचजी में उर्मिला देवी, अंजनी, नगीना, मुन्नी देवी, सरिता देवी को प्रमाण पत्र दिया गया.
केंद्र की सभी योजनाएं गरीबों के लिए : सुरेश
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि पीएम की सभी योजनाएं गरीबों के लिए हैं. बिहार की सबसे बड़ी पूंजी मैनपावर व जल है. सभी मैनपावर को हुनरमंद बना दिया जाये और जल का सही से संचय हो जाये, तो बिहार विकास की पटरी पर दौड़ पड़ेगा. शहर के विकास को लेकर आश्रालय, रैन बसेरा का निर्माण हो रहा है. रौतिनिया में कचरे से 80 मेगावाट बिजली उत्पादन का प्लांट बन रहा है.

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