अवहेलना : 17 माह भी टीम ने नहीं दिया जांच रिपोर्ट, अब डीएम ने तीन दिनों में मांगा जांच प्रतिवेदन
टीम में शामिल अधिकारी व अभियंता आदेश के बावजूद जांच रिपोर्ट तक नहीं सौंपते है

जिला परिषद क्षेत्र संख्या एक के 7 योजनाओं में बिना काम कराये राशि निकासी का है मामला
मुंगेर के विधायक प्रणव कुमार ने विधानसभा में योजनाओं के जांच का उठाया था मुद्दामुंगेर
योजनाओं में भ्रष्टाचार की जांच के लिए भले ही वरीय अधिकारी टीम गठित करें. लेकिन जांच प्रतिवेदन महिनों तक संबंधित अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराया जाता है. इसका ताजा उदाहरण है जिला पदाधिकारी मुंगेर का 15 मई 2025 को जारी एक पत्र. जिसमें डीएम ने स्पष्ट कहा है कि एक वर्ष से ज्यादा अवधि बीत जाने के बाद भी अब तक जांच प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया गया है. इसलिए पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर सातों योजनाओं का स्थलीय जांच कर जांच प्रतिवेदन तीन दिनों में उपलब्ध करायें. जिसके बाद जांच टीम में शामिल पदाधिकारी व अभियंताओं का हाथ-पांव फुलने लगे है.एक सप्ताह में देनी थी जांच रिपोर्ट, 17 माह बाद भी नहीं मिला
एक ओर सरकार भ्रष्ट्राचार के खिलाफ जीरो टालरेंस नीति का दावा कर रही है. वहीं दूसरी और मुंगेर जिले के अधिकारी भ्रष्ट्राचार को बढ़ावा देने का कर रहे. हाल यह है कि योजनाओं में बरती गयी अनियमितता की जांच के लिए टीम तो बनायी जाती है. लेकिन टीम में शामिल अधिकारी व अभियंता आदेश के बावजूद जांच रिपोर्ट तक नहीं सौंपते है. जिला परिषद क्षेत्र संख्या एक में सात योजनाओं में अनियमितता की शिकायत पर जिलाधिकारी ने 7 दिसंबर 2023 में एक जांच टीम गठित किया था. जिसमें भूमि सुधार उप समाहर्ता सदर मुंगेर अन्नु कुमार, सहायक अभियंता पथ प्रमंडल कार्यालय मुंगेर एवं इसी विभाग के कनीय अभियंता भास्कर शेखर शामिल थे. जिसको स्थलीय जांच कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का आदेश दिया गया था. लेकिन यह जांच टीम 17 माह बाद भी अब तक उन्हें जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराया है.अब डीम तीन दिनों में मांग रहे रिपोर्ट
जिस जांच टीम ने 17 माह बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं उपलब्ध कराया है. आज उसी जांच टीम के सदस्यों को पत्र भेज कर तीन दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा है. जिला परिषद कार्यालय मुंगेर के पत्रांक 520, दिनांक 15 मई 2025 जिला पदाधिकारी मुंगेर के हस्ताक्षर से जारी किया गया है. जिसमें ज्ञांपन 520, दिनांक 7 दिसंबर 2023 का हवाला देते हुए कहा गया है कि जिला परिषद के क्षेत्र संख्या -1 के अंतर्गत कुल 7 योजनाओं यथा योजना संख्या – 140/2018-2019, 142/2018-19, 40/2019-2020, 02/2017- 2018, 03/2017-2018, 51/2020-2021 एवं 01/2017-2018 का स्थलीय जांच कर जांच प्रतिवेदन की मांग की गयी थी. एक वर्ष से ज्यादा अवधि बीत जाने के बाद भी आजतक जांच प्रतिवेदन प्राप्त नहीं कराया गया. जो खेदजनक एवं वरीय पदाधिकारी के आदेश की अवहेलना, कार्य में उदासीनता का घोतक है. इसलिए निर्देश दिया जाता है कि पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर योजनाओं का स्थलीय जांच कर जांच कर जांच प्रतिवेदन अपने मंतव्य के साथ अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध करना सुनिश्चित करें.
क्या है मामला
जिला परिषद क्षेत्र संख्या -1 में गंगा पार कुतलुपुर दियारा सहित अन्य दियारा क्षेत्र के गांव में सड़क, नाला एवं अन्य विकास कार्य होना था. जिसमें सात ऐसी योजना है जिसकी राशि बिना काम कराये ही निकासी कर ली गयी. जिसकी गूंज विधान सभा तक पहुंच गयी थी.
विधायक ने विधानसभा में उठाया था मुद्दा
मुंगेर : विधायक प्रणव कुमार ने 2023 में ही जिला परिषद के क्षेत्र संख्या-1 में कई योजनाओं में बरती गयी अनियमितता एवं बिना काम कराये ही राशि निकासी का मुद्दा उठाया था. उन्होंने विधानसभा में मुद्दा रखते हुए कहा था कि कई योजनाएं ऐसी है, जिसका धारातल पर कोई नामोनिशान तक नहीं है. क्योंकि बिना काम कराये ही योजनाओं की राशि निकाल ली गयी. विधानसभा ने योजनाओं की जांच के लिए जिला प्रशासन को योजना संख्या की सूची उपलब्ध कराया था. जिस पर जांच टीम का गठन जिलाधिकारी स्तर से किया गया. लेकिन आज तक योजनाओं का स्थलीय जांच नहीं हुआ.
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