मुंगेर नगर निगम का डिवाइडर गेम, पहले कर दिया लाखों खर्च, अब पड़ा है बेकार
आखिरकार जेम पोर्टल से एक एजेंसी से 30 से 32 लाख में फोल्डिंग डिवाइर की खरीद की गयी.
– नगर निगम मुंगेर जनता से प्राप्त टैक्स के पैसों का कर रही दुरुपयोग
मुंगेर———————
मुंगेर नगर निगम ने शहर को अतिक्रमण मुक्त करने व जाम से मुक्ति दिलाने को लेकर लंबा-चौड़ा डिवाइडर गेम प्लान किया. जिस पर जनता के गाढ़ी कमाई के हिस्से से प्राप्त टैक्स के पैसे से पहले लाखों रूपये खर्च कर फोल्डिंग डिवाइडर की खरीदारी की, फिर उसे स्थापित करने और उसे सुरक्षित रखने के लिए लाखों रूपये खर्च कर दिये. इसके बावजूद न तो अतिक्रमण हटा और न ही जाम से शहर को मुक्ति मिली. अलवत्ता त्योहार के नाम पर उसे खोल कर हटा लिया गया. जिसके बाद से अब लाखों रूपये की कीमत से खरीदा गया फोल्डिंग डिवाइडर पूरी तरह से बेकार पड़ा हुआ है. मानों उस पर किये गये लाखों खर्च बेकार चला गया हो.डिवाइडर लगाने पर लाखों खर्च, अब पड़ा हुआ है बेकार
शहर को अतिक्रम मुक्त करने एवं जाम से मुक्ति दिलाते हुए सुगम यातायात को लेकर लंबे समय से मुंगेर नगर निगम ने शहर के मुख्य बाजार सहित अन्य प्रमुख मार्गों पर फोल्डिंग डिवाइडर लगाने पर विचार कर रही थी. आखिरकार जेम पोर्टल से एक एजेंसी से 30 से 32 लाख में फोल्डिंग डिवाइर की खरीद की गयी. जिसे अप्रैल 2025 में मुख्य बाजार एक नंबर ट्रैफिक से मुर्गियाचक स्थापित किया गया. जबकि दूसरे चरण में मुंगेर नगर भवन से भगत सिंह चौक तक लगाया गया. जिसको स्थापित करने, उसकी सुरक्षा को लेकर निगम ने फिर दो-तीन लाख रूपये खर्च कर डाले. लेकिन न तो जाम से मुक्ति मिली और न ही शहर के मुख्य बाजार की सड़कों से अतिक्रमण हटा. जिसके कारण डिवाइडर लगाने का मुख्य उद्देश्य विफल हो गया. अब डिवाइर कस्तूरबा व नगर भवन मैदान में बेकार पड़ा हुआ है.रखरखाव के अभाव में बर्बाद हो रही डिवाइडर
जनता के जिस टैक्स के पैसों से लाखों रूपयें में फोल्डिंग डिवाइडर खरीद कर शहर की सड़कों पर लगाया गया. जिसे अगस्त 2025 में त्योहार के नाम पर शहर में लगे फोल्डिंग डिवाइर को निगम ने खुलवा लिया. उस पर भी एक लाख से अधिक रूपये खर्च कर डाले. अब यह डिवाइडर पुरी तरह से बेकार पड़ा हुआ है. कुछ डिवाइर कस्तूरबा वाटर वर्क्स में रखा गया है. तो कुछ डिवाइडर नगर भवन के मैदान में इधर-उधर फेंका पड़ा हुआ है. जो अब धीरे-धीरे खराब हो कर बर्बाद होने लगा है. मानों अब इसकी निगम को जरूरत ही नहीं है. क्योंकि इसके रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.अपने ही आदेश को दरकिनार कर दिया निगम प्रशासन
नगर निगम कार्यालय से नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित के हस्ताक्षर से एक आदेश जारी किया गया. जिसमें कहा गया था कि चेहल्लुम पर अखाड़ा और ताजिया जुलूस में बाधा न हो, इसके लिए मुख्य सड़क पर लगे डिवाइडर हटाने का निर्णय लिया है. 12 अगस्त तक सभी डिवाइडर हटा दिए जाएंगे और 17 अगस्त को पुनः स्थापित कर दिया जायेगा. लेकिन निगम प्रशासन खुद अपने आदेश को मानने को तैयार नहीं है. क्योंकि चार माह होने को चला है, लेकिन अब तक इसे स्थापित करना तो दूर, लाखों रूपये से खरीदे गये फोल्डिंग डिवाइडर को सुरक्षित रखना भी मुनासिब नहीं समझ रहे है.जनता के पैसों का निगम कर रही दुरुपयोग
शहरी क्षेत्र में आवासित जनता व व्यवसायी अपनी गाढ़ी कमाई में से होल्डिंग टैक्स और अन्य करों के माध्यम से निगम को मोटी रकम देर रही है. साथ ही सरकार भी फंड दे रही है. जिनका उपयोग शहर के विकास और रखरखाव के लिए किया जाता है. लेकिन यहां इस फंड का निगम प्रशासन जमकर दुरुपयोग कर रही है. आम शहरी की माने तो निगम के पास कोई मास्टर प्लान है ही नहीं, सिर्फ और सिर्फ निगम फंड को कभी बनी-बनाई सड़कों के निर्माण पर कर दे रही है, तो कभी फोल्डिंग डिवाइडर के नाम पर कर रही है. एजेंसी के माध्यम से सफाई कार्य मुंगेर शहर में हो रही है और सामानों की खरीद पर निगम मोटी राशि खरीद कर रही है.कहती है नगर आयुक्त
नगर आयुक्त शिवाक्षी दीक्षित ने बताया कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जब ठोस प्लान होगा, उसके बाद ही फोल्डिंग डिवाइडर को पुन: स्थापित किया जायेगा. बरहाल खोले गये कुछ डिवाइडर को सुरक्षित कस्तूरबा वाटर वर्क्स परिसर में रखा गया है. जबकि कुछ वैसे डिवाइडर को जिसका ज्वाइंट नहीं खुला उसे नगर भवन मैदान में रखा गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
