पैदल पथ पर फुटपाथी दुकानदारों का कब्जा

1934 के विनाशकारी भूकंप के बाद मुंगेर शहर को बड़े ही व्यवस्थित ढंग से बसाया गया. चौड़ी सड़कें व फुटपाथ बनाये गये. हर पचास गज की दूरी पर एक चौराहा बना, ताकि शहर सुंदर व आवागमन को लेकर सुलभ बने, लेकिन फुटपाथी दुकानदारों ने शहर के मुख्य बाजार के फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया. फुटपाथ […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2017 12:40 PM
1934 के विनाशकारी भूकंप के बाद मुंगेर शहर को बड़े ही व्यवस्थित ढंग से बसाया गया. चौड़ी सड़कें व फुटपाथ बनाये गये. हर पचास गज की दूरी पर एक चौराहा बना, ताकि शहर सुंदर व आवागमन को लेकर सुलभ बने, लेकिन फुटपाथी दुकानदारों ने शहर के मुख्य बाजार के फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया. फुटपाथ पर दुकानें खोल ली और अब यह आम राहगीरों के पैदल चलने लायक भी नहीं रह गया है.
मुंगेर : मुंगेर नगर आज पूरी तरह से अतिक्रमणकारियों के चपेट में है. पटेल चौक से लेकर बाटा चौक होते हुए गांधी चौक तक व कोतवाली थाना से लेकर नीलम चौक तक के फुटपाथ पर दुकानें सजी हैं. इसके कारण जिस उद्देश्य से फुटपाथ बना था, पूरा नहीं हो पा रहा. 2016 में निगम व जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया तो गया, पर महज तीन दिनों में ही इसकी हवा निकल गयी. और शहर में फुटपाथी दुकानदारों का अवैध कब्जा यथावत हो गया. इसके साथ ही आम राहगीरों का फुटपाथ पर चलने का अरमान भी धरा का धरा रह गया़
मार्गों का भी है बुरा हाल: शहर के अन्य मार्गों में बने फुटपाथों का भी ऐसा ही हाल है़ गांधी चौक, पंडित दीन दयाल चौक, कोतवाली रोड, नीलम चौक, कौड़ा मैदान, गोला रोड, शादीपुर रोड सहित अन्य मार्गों की चौड़ाई काफी अधिक है, लेकिन फुटपाथी दुकानदारों के अवैध कब्जे के कारण ये सभी मार्ग सिकुड़ कर काफी छोटे हो गये है़ं इसके कारण इन मार्गों पर जाम लगा रहता है़
कहते हैं अधिकारी
नगर आयुक्त डाॅ श्यामल किशोर पाठक ने कहा कि पूर्व में भी शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था. निश्चित रूप से फुटपाथ पर अवैध दुकान लगे हैं. इसे जिला प्रशासन के सहयोग से हटाया जायेगा. निगम ने शहर में वेंडिंग जोन बनाया है. वहीं दुकानों को लगाने की अनुमति दी जायेगी.
मकड़जाल बना है एक नंबर ट्रैफिक
एक नंबर ट्रैफिक शहर का सबसे व्यस्ततम मार्गों में से एक है़ इस मार्ग से ही हो कर लोग किला क्षेत्र में प्रवेश करते हैं. जिले व प्रमंडल के आला अधिकारियों का भी इसी मार्ग से आना-जाना लगा रहता है़ इसके बावजूद प्रशासनिक उदासीनता के कारण फुटपाथों पर अवैध कब्जाधारियों का साम्राज्य स्थापित है़ सुबह से शाम तक एक भी पल ऐसा नहीं गुजरता, जब इस मार्ग में जाम न लगा हो़ लोग फुटपाथ के बजाय सड़कों पर ही चलते हैं. इसके कारण अन्य वाहनों को भी इस मार्ग से रेंगते हुए आगे बढ़ना पड़ता है़ एक नंबर ट्रैफिक मार्ग पूरी तरह से मकड़जाल बन चुका है़

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