Madhubani News : डेंगू मरीजों की संख्या हुई 21, विभाग अलर्ट
जिले में 17 नवंबर को को डेंगू के 1 मरीजों के चिह्नित होने के बाद मरीजों की संख्या 21 हो गयी है.
मधुबनी. जिले में 17 नवंबर को को डेंगू के 1 मरीजों के चिह्नित होने के बाद मरीजों की संख्या 21 हो गयी है. चिह्नित मरीजों में रहिका प्रखंड के वेलाम निवासी 30 वर्षीय राहुल राम शामिल है. अभी तक चिह्नित मरीजों में एक दो मरीजों को छोड़ अधिकांश 18 – 30 वर्षों के हैं. जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. डीएस सिंह ने कहा कि सभी चिन्हित 20 डेंगू मरीजों के घर के 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान से फागिंग एवं लार्विसाइडल का छिड़काव कराया गया है. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर सिंह ने कहा कि डेंगू मरीजों की बढ़ रही संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सभी संस्थानों को अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया है. जिले में 17 अक्टूबर तक 20 डेंगू मरीजों को चिन्हित किया गया है. डेंगू मरीजों में सबसे पहले रहिका प्रखंड के नवटोल निवासी 19 वर्षीय गुड्डी कुमारी, बेनीपट्टी लोहिया चौक निवासी 22 वर्षीय ईश्वर चंद्र ठाकुर लदनियां प्रखंड के पिपराही निवासी 22 वर्षीय मुकेश राम, खजौली प्रखंड के बिरौल निवासी 18 वर्षीय अनुज कुमार, खजौली प्रखंड निवासी 22 वर्षीय पवन कुमार ठाकुर, लदनियां प्रखंड के खाजेडीह निवासी 24 वर्षीय आनंद कुमार, राजनगर प्रखंड के मंगरौनी शेखटोली निवासी मो. शकील, रहिका निवासी 20 वर्षीय मो. कमरे आलम, बेनीपट्टी बलेन निवासी 57 वर्षीय राजकुमार सहनी, बाबूबरही निवासी 22 वर्षीय अभिषेक कुमार, बेनीपट्टी निवासी 25 वर्षीय अमरनाथ यादव, मधेपुर निवासी 30 वर्षीय मंजू देवी, बेला जयनगर निवासी सोनिया देबी, कलुआही के सोनू कुमार झा, पंडौल के रोशन कुमार मिश्रा, केवटी के असलानी देबी, रहिका की सना परवीन, राजनगर के मो. अंशाद एवं रहिका प्रखंड के राहुल राम शामिल हैं. डॉक्टर डीएस सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स डेढ़ लाख होनी चाहिए. डेंगू बीमारी में मरीज के प्लेटलेट्स में तेजी से कमी होने लगती है और बीमारी मरीज को अपनी चपेट में ले लेता है. उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव एवं जागरूकता के लिए केटीएस, वीडीसीओ, बीएचडब्ल्यू एवं बीएचआइ से आवंटित क्षेत्रों में लोगों को डेंगू संबंधित रोगों के कारण एवं उससे बचाव के उपाय का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जा रहा है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर सदर अस्पताल में एलिसा टेस्ट कराया जाता है. गंभीर मरीजों को सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती कर मरीज का निशुल्क उपचार किया जाता है. पॉजिटिव मरीज के गांव में उनके घर से 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान द्वारा फागिंग कराया जा रहा है. इसके साथ ही लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोग, कारण, उपचार एवं सावधानियां के बारे में जानकारी के लिए जिले के 50 सीएचओ को प्रशिक्षित किया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के डेंगू मरीजों के घर के 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मालाथियान से फागिंग स्वास्थ्य विभाग एवं शहरी क्षेत्र में मरीजों के घर के 500 मीटर रेडियस में नगर निगम द्वारा फागिंग एवं छिड़काव किया जाता है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जमाव एवं गंदगी वाले क्षेत्रों मे एंटी लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव कराया जा रहा है. यह अभियान ठंड के मौसम आने तक जारी रहेगा.
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