Madhubani News :A new dengue patient identified, the number is five
जिले में बीते बुधवार को फिर एक मरीज चिह्नित होने के बाद डेंगू मरीजों की संख्या पांच हो गयी.
मधुबनी. जिले में बीते बुधवार को फिर एक मरीज चिह्नित होने के बाद डेंगू मरीजों की संख्या पांच हो गयी. पिछले दो दिनों में 2 डेंगू मरीजों को चिह्नित किया गया है. दोनों का ट्रैवल हिस्ट्री पटना है. अब तक चिह्नित मरीजों में 18-22 वर्ष के लोग शामिल हैं. बुधवार को जिला वैक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में बुधवार को कन्हौली गांव में डेंगू मरीज 18 वर्षीय पवन ठाकुर के घर के 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान से फागिंग एवं लार्विसाइडल का छिड़काव कराया गया. डेंगू मरीजों की बढ़ रही संख्या को देख स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. इससे पूर्व रहिका प्रखंड के नवटोल निवासी 19 वर्षीय गुड्डी कुमारी, बेनीपट्टी लोहिया चौक निवासी 22 वर्षीय ईश्वर चंद्र ठाकुर एवं लदनियां प्रखंड के पिपराही निवासी 22 वर्षीय मुकेश राम, खजौली प्रखंड के बिरौल निवासी अनुज कुमार के घर के आसपास भी फाॅगिंग एवं छिड़काव किया गया था. वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दया शंकर सिंह ने कहा कि प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स डेढ़ लाख लगभग होनी चाहिए. उन्होंने डेंगू बीमारी में प्लेटलेट्स में तेजी से कमी होने लगती है और बीमारी मरीज को अपनी चपेट में ले लेता है. उन्होंने कहा कि डेंगू से बचाव एवं जागरूकता के लिए केटीएस, वीडीसीओ, बीएचडब्ल्यू एवं बीएचआइ की ओर से क्षेत्र में लोगों को डेंगू संबंधित रोगों के कारण एवं उससे बचाव के उपाय का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जा रहा है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर मरीज का निशुल्क उपचार किया जा रहा है. पॉजिटिव मरीज के गांव में उनके घर से 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियान से फाॅगिंग कराया जा रहा है. रैपिड रिस्पांस टीम का किया गया है गठन डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए रैपिड रिस्पांस टीम गठित किया गया है. जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आम लोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता व इलाज की सटीक जानकारी देने के साथ साथ आपात कालीन स्थिति से निपटने की जिम्मेदारी इस टीम को दी गयी है. डेंगू के मरीज के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में मरीज के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 बेड तथा प्रत्येक सीएचसी एवं पीएचसी में 2-2 बेड आरक्षित किया गया है. डेंगू वाले मच्छरों को बढ़ाने में एसी, कूलर व फ्रिज की भूमिका महत्वपूर्ण वीडीसीओ अमर कुमार ने कहा कि वेक्टर जनित रोगों से बचाव के लिए जिला में छिड़काव किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग, नगर निकाय और दूसरे विभागों की टीम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है. डेंगू मच्छर संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. दो फुट की ऊंचाई तक उड़ पाने वाला यह मच्छर साफ पानी में पनपता है. गंदे या चलते पानी में एडीज मच्छर अंडे नहीं देती हैं. इसके लिए थोड़ा सा यानी एक चम्मच पानी भी पर्याप्त होता है, एडीज मच्छर केवल दिन में ही काटता है. इसलिए लोगो को घर के अंदर भी पूरे कपड़े पहनकर रहना चाहिए. अपने घरों एवं आसपास में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर चिकित्सीय परामर्श लेने के बाद ही अपनी इलाज करानी चाहिए. अपनी मर्जी से दवा दुकान से दवा खरीदकर नहीं खानी चाहिए. मच्छर के प्रकोप से बचाव के लिए महत्वपूर्ण बातें घर में साफ-सफाई पर ध्यान रखें और कूलर, गमले का पानी रोज बदलें सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें और दिन में मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें घरों के आस-पास गंदगी जमा नहीं होने दें, और गंदगी वाले स्थानों पर कीटनाशक का प्रयोग करें खाली बर्तन एवं सामानों में पानी जमा नहीं होने दें और इकठ्ठा हुए पानी में किरोसिन तेल डालें डेंगू के लक्षण मिलने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें
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