वार्ड में गंदगी के बीच लगे हैंडपंप से पानी पी रहे लोग

मधुबनी : शहर के कई वार्डों में पेयजल की परेशानी बरकरार है. पानी के लिए घंटों हैंडपंप पर कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं. नगर परिषद की ओर से न ही समुचित हैंडपंप की व्यवस्था की गयी है. न ही सरकार की लोकप्रिय योजना नल का जल लोगों के घरों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 7, 2019 12:39 AM

मधुबनी : शहर के कई वार्डों में पेयजल की परेशानी बरकरार है. पानी के लिए घंटों हैंडपंप पर कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते रहते हैं. नगर परिषद की ओर से न ही समुचित हैंडपंप की व्यवस्था की गयी है. न ही सरकार की लोकप्रिय योजना नल का जल लोगों के घरों तक पहुंच पाया है. हैंडपंप के चारों बगल फैली गंदगी फैली है. जिसके पानी पीने से वार्ड के लोग बीमार पड़ रहे हैं.

दरअसल, शहर के वार्ड नंबर 27 व 28 में हैंडपंप की कमी के कारण पेयजल की संकट में बनी है. गर्मी की बात कौन करें इन दिनों भी कई हैंडपंप बंद हैं. इस वार्ड में नल का जल योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर सका है. बीते अप्रैल से लेकर जून तक पानी का भारी संकट था. इन वार्ड में अब तक नल जल योजना का काम भी पूरा नहीं हुआ है.
गंदगी के बीच लगा है हैंडपंप. शहर के वार्ड नंबर 27 व 28 में पानी की संकट बनी रहती है. वार्ड में लगे हैंडपंप के चारों ओर फैली गंदगी पानी में जहर घोल रहा है. लोग शुद्ध पेयजल के लिए तरस जाते है. सैकड़ों परिवार इसी हैंडपंप का पानी पी कर रहते हैं. इन दोनों वार्डों के करीब 5 हजार की आबादी करीब दर्जन भर हैंडपंप से पानी लेते हैं.
वार्ड 27 में छह हैंडपंप चालू
तिल दास ने कहा कि वार्ड 27 में सिर्फ 6 हैंडपंप चालू अवस्था में है. चार माह पूर्व नल जल योजना के लिए पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा हुआ था. लेकिन नल नहीं लगाया गया है.
दुखी सहनी बताते हैं कि वार्ड में हैंड पंप की कमी है. हैंडपंप परघंटों कतार में खड़ा होना पड़ता है. नगर परिषद प्रशासन नल जल योजना से घरों तक पानी पहुंचाने में उदासीन है.
मो. गुलरेज आलम ने कहा कि वार्ड 28 में प्रत्येक वर्ष जल संकट उत्पन्न होता है. गर्मी के दिनों में सारे हैंडपंप बंद हो जाते हैं. नल जल योजना के लिए पाइप लाइन का भी काम शुरू नहीं हुआ है.
मो. खालिद अनवर पूर्व मुख्य पार्षद सह वार्ड 28 के पार्षद ने कहा कि वार्ड में हैंडपंप की कमी है. वार्ड में नल जल योजना का काम शुरू नहीं हुआ है. कार्यपालक पदाधिकारी से इस संबंध में बात की गयी है.
सरकार को भेजी गयी है िरपोर्ट
इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी के अवकाश पर रहने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका. जबकि मुख्य पार्षद ने कहा कि जब से कार्यपालक पदाधिकारी की पदस्थापन हुई है, विकास का काम बाधित हैं. सरकार को इसको लेकर रिपोर्ट भेजी गयी है.
सुनैना देवी, मुख्य पार्षद

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