बिजली की समस्या को लेकर भड़के लोग एनएच-106 पर उतरे, आगजनी कर जताया विरोध

मधेपुरा : बिहार के मधेपुरा में उदाकिशुनगंज अनुमण्डल मुख्यालय क्षेत्र के रहटा चौक पर गुरुवार को बिजली की समस्या को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क जाम कर आगजनी करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान ग्रामीणों का आक्रोश देखने लायक था. जाम हटाने पहुंचे अंचलाधिकारी पर कुछ देर के लिए लोगों का गुस्सा फुट पड़ा. इतना ही नहीं आक्रोशित लोगों ने सीओ के खिलाफ भी नारेबाजी करना शुरू कर दिया. लेकिन, अधिकारियों द्वारा काफी देर तक जाम हटाने के लिए प्रयास किया. हालांकि, लोगों ने थोड़ी देर के लिए साफ तौर पर मना कर दिया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 1, 2020 3:19 PM

मधेपुरा : बिहार के मधेपुरा में उदाकिशुनगंज अनुमण्डल मुख्यालय क्षेत्र के रहटा चौक पर गुरुवार को बिजली की समस्या को लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क जाम कर आगजनी करते हुए बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान ग्रामीणों का आक्रोश देखने लायक था. जाम हटाने पहुंचे अंचलाधिकारी पर कुछ देर के लिए लोगों का गुस्सा फुट पड़ा. इतना ही नहीं आक्रोशित लोगों ने सीओ के खिलाफ भी नारेबाजी करना शुरू कर दिया. लेकिन, अधिकारियों द्वारा काफी देर तक जाम हटाने के लिए प्रयास किया. हालांकि, लोगों ने थोड़ी देर के लिए साफ तौर पर मना कर दिया.

गुस्साए लोगों का कहना था कि जबतक उच्च कोटि का ट्रांसफार्मर नही लगेगा तब तक जाम नही हटाएंगे. तत्पश्चात सीओ विजय कुमार राय कुछ लोगों से वार्ता कर बिजली विभाग से संपर्क करते हुए आठ घंटे में नये ट्रांसफार्मर लगाने का अस्वाशन दिया. मालूम हो की आक्रोशित ग्रामीणों नें उदाकिशुनगंज आलमनगर मुख्य मार्ग को लगभग तीन घंटे तक जाम कर विद्युत विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

इस दौरान उक्त मार्ग से गुजरने वाले विभिन्न वाहनों की लंबी कतार लगी रही. लोगों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि रहटा फनहन पंचायत निवासी लगभग नौ वर्षों से बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं. यहां पर हजारों कंज्यूमर हैं. इस हिसाब से 200 के बी का ट्रांसफार्मर लगना चाहिए, लेकिन यहां मात्र 63 केबी का ही ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली की समस्या को जानबूझ कर उत्पन्न किया जाता है. इस वजह से प्रत्येक माह बिजली की समस्या हो जाती है. इस भीषण गर्मी में बिना बिजली पंखा के रहते हैं। इससे भारी समस्या का सामना करना पड़ता है.

बिजली विभाग के अधिकारियों को जब मामले से अवगत कराया जाता है तो वह सीधे तौर पर यह कहते हैं कि उन्हें कुछ पता नहीं है. वही बिजली विभाग को बारबार शिकायत करने पर कहा जाता है कि जांच के लिए भेजा जाएगा, लेकिन यहां कोई नहीं आता है. इतना ही नहीं मामले को लेकर अधिकारियों के द्वारा टालमटोल किया जाता है. उधर उपस्थित लोगों ने कहा कि बिना सूचना के विद्युत विभाग दर्जनों गांव की बिजली काट लेते हैं. जिससे घोर समस्या का सामना करना पड़ा रहा है.

आश्चर्य की बात तो यह है कि इस संबंध में अधिकारी भी कुछ बोलने को तैयार नहीं. अधिकारियों को जब फोन करके सूचना देने का प्रयास किया जाता है तो अधिकारी फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं. उन्हें ग्रामीणों की किसी समस्या से कोई लेना देना नहीं है. सिर्फ उनको समय पर अनाप-सनाप बिजली बिल के रुपये चाहिए. स्थानीय साकिब अयाज और मिरजान आलम ने बताया कि बिजली के मामले में गांव की स्थिति नौ वर्षों से खराब चल रही है. बिजली बिल्कुल गुल रहती है. जिससे क्षेत्र के लोगों को काफी समस्या का समाधान करना पड़ता है. लोगों को कार्य करने में परेशानी होती है. बच्चों को पढ़ाई लिखाई में परेशानी का सामना करना पड़ता है. कई वर्षों से बिजली के आंखमिचोली का खेल जारी है. जिससे सभी आक्रोशित हो गए हैं. बिजली की कुव्यवस्था को लेकर सड़क जाम और आगजनी की गयी.

मामले में जब बिजली विभाग के एसडीओ को फोन किया किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. वही मौके पर जियायुल आलम, मिरजान आलम, मोहम्मद तौसीफ, आसिफ, रेहान, सद्दाम, अमर, शाकिब, निसार, अमर आशीष, जिलानी, हाफिज, फारूख, मंजूर, रजबुल सहित अन्य मौजूद थे.

Upload By Samir Kumar

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