मंडल रिपोर्ट ने बदली थी राजनीति की दिशा

जयंती पर विशेष . आज मनायी जायेगी पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की जयंती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल यानी बिंदेश्वरी प्रसार मंडल की आज जयंती है. 25 अगस्त 1918 को उनका जन्म वाराणसी में हुआ था. उनकी जयंती को राजकीय समारोह के तौर पर मनाया जाता है. सभी धर्मों की कुल 3743 जातियों के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 25, 2016 4:33 AM

जयंती पर विशेष . आज मनायी जायेगी पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की जयंती

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल यानी बिंदेश्वरी प्रसार मंडल की आज जयंती है. 25 अगस्त 1918 को उनका जन्म वाराणसी में हुआ था. उनकी जयंती को राजकीय समारोह के तौर पर मनाया जाता है.
सभी धर्मों की कुल 3743 जातियों के लिए आरक्षण की अनुशंसा की थी बीपी ने
मात्र 47 दिन की अल्पावधि में भी असमानताओं के खिलाफ लड़ते रहे
मधेपुरा : बीपी मंडल की 98वीं जयंती धूमधाम से मनायी जा रही है. आखिर ऐसा क्या था इस शख्स में जो उन्हें पूरे देश का वंचित तबका और प्रगतिशील समाज श्रद्धा की नजरों से देखता है.
बिंदेश्वरी प्रसाद मंडल उस शख्सीयत का नाम है, जिन्होंने भारत के सभी धर्मों की कुल 3743 जातियों के लिए आरक्षण की अनुशंसा कर ऐतिहासिक मंडल रिपोर्ट 01 दिसंबर 1980 को तत्कालीन राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी के समक्ष समर्पित किया था. इस रिपोर्ट ने भारत की राजनीतिक की दिशा बदल दी. पिछड़ेवाद के उभार से कई राज्य समेत केंद्र में नया समीकरण पैदा हुआ. बीपी मंडल का पैतृक गांव मुरहो मधेपुराजिला मुख्यालय के पास स्थित है. बीपी मंडल का ओज भरा उन्नत ललाट, खादी का सफेद कुर्ता-धोती, पैरों में चमकदार जूता,
निर्भीक आचरण एव शौर्य भरा व्यक्तित्व सामने खड़े हर किसी व्यक्ति के मन पर अमिट छाप छोड़ जाता था. उनका जन्म जिले के मुरहो गांव के जमींदार एवं स्वतंत्रता सेनानी बाबू रासबिहारी लाल मंडल के तृतीय पुत्र के रूप मे बनारस में 25 अगस्त 1918 को हुआ था. इनकी प्रारंभिक शिक्षा मुरहो व मधेपुरा में तथा मैट्रिक तक की पढ़ाई राज स्कूल दरभंगा मे हुई. महाविद्यालय की शिक्षा उन्होंने पटना कॉलेज, पटना से ग्रहण की.
असमानताओं के िखलाफ लड़े
बीपी मंडल की हिंदी एव अंगेजी भाषा पर अच्छी पकड़ थी. मधेपुरा न्यायालय में वे 1945 से 1951 तक आनरेरी मजिस्ट्रेट रहे. 1952 के चुनाव में पहली बार मधेपुरा विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस से विधायक बने. फिर 1962-1967 तक बिहार विधानसभा के सदस्य रहे. 1967 मे वह पहली बार मधेपुरा से सांसद बने. कुछ ही महीने बाद बिहार सरकार मे स्वास्थ्य मंत्री बन गये.
1968 में बिहार विधान परिषद के सदस्य निर्वाचित हुए और घोषित दल की सरकार गठित कर फरवरी 1968 से 18 मार्च 1968 (47 दिन) की अल्पावधि के लिए मुख्यमंत्री रहे,
परंतु असमानताओं के खिलाफ लड़ते रहे. वह बिहार स्टेट काउंसिल के डिप्टी चेयरमैन भी रहे. 13 अप्रैल 1982 को हृदयगति रुक जाने के कारण पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल मे उनका निधन हो गया.
प्रो चंद्रशेखर करेंगे सीएम का प्रतिनिधित्व
मधेपुरा. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मंडल आयोग के प्रणेता बीपी मंडल की 98वीं जयंती के अवसर पर जिला प्रशासन मधेपुरा की ओर से राजकीय समारोह का आयोजन किया गया है. 25 अगस्त को मधेपुरा के मुरहो के इस लाल की जयंती है. बीपी मंडल के पैतृक गांव सदर प्रखंड के मुरहो में इस अवसर कई कार्यक्रम भी आयोजित किये गये हैं. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का प्रतिनिधित्व आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो चंद्रशेखर करेंगे. सुबह छह बजे मुरहो तथा मधेपुरा में स्कूली बच्चों की ओर से प्रभातफेरी निकाली जायेगी. सुबह सात बजे मैराथन दौड़ का आयोजन होगा. मधेपुरा शहर स्थित बीपी मंडल प्रतिमा स्थल से मुरहो गांव तक यह दौड़ होगी.
पंचायत प्रतिनिधि सीखेंगे अपने दायित्व का ककहरा
नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि को उनके कार्य और दायित्व बताने के लिये सरकार ने प्रशिक्षण देने की है व्यवस्था
पहले पंसस इसके बाद मुखिया एवं इसक बाद सरपंच को प्रशिक्षण में पंचायती राज की दी जायेगी जानकारी
मधेपुरा : हालिया पंचायत चुनाव में चुन कर आने वाले पंचायत प्रतिनिधि को उनके कार्य और दायित्व को लेकर सरकार ने प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की है ताकि वे अपने-अपने काम को समझ सकें और जनता के प्रति अपने दायित्वों को बखूबी निभा सकें. इसके बारे में सिंहेश्वर बीडीओ अजीत कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य नवनिर्वाचित पंचातय प्रतिनिधियों एवं कर्मियों का क्षमतावर्द्धन करना है. जिला पंचायत कार्यालय के आदेशानुसार सिंहेश्वर प्रखंड परिसर स्थित कला भवन में 26 अगस्त से यह प्रशिक्षण आरंभ हो जायेगा. प्रखंड में होने वाले प्रशिक्षण में पहले पंचायत समिति के प्रमुख, उपप्रमुख एवं पंसस शामिल होंगे. इसके बाद मुखिया, उपमुखिया, वार्ड सदस्य को प्रशिक्षण दिया जायेगा. तीसरे चरण में सरपंच, उपसरपंच एवं पंच को प्रशिक्षण मिलेगा. इसकी सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है. सभी प्रशिक्षण तीन दिवसीय हैं.
पंसस प्रशिक्षण का ये है शिड्यूल सबसे पहले पंचायत समिति सदस्य को प्रशिक्षण दिया जाना है. यह प्रशिक्षण 26 अगस्त से 28 अगस्त तक कला भवन में होगा. पहले दिन सुबह दस बजे एसडीएम, प्रमुख और बीडीओ कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे. साढे दस बजे से प्रशिक्षण शुरू होगा, जिसमें पंचायती राज के विकास, पंचायत समिति की संरचना, कार्यावधि, उनका दायित्व, अधिकार, पंचायत संचालन, बैठक की कार्यवाही, केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं, पंचायत राज अधिनियम, चौदहवीं वित्त एवं अन्य कार्य से संबंधित जानकारी दी जायेगी. इस सत्र के प्रशिक्षक डाइट सुखासन के वरीय व्याख्याता केदारनाथ झा होंगे. दूसरे सत्र में आइसीडीएस योजना की जानकारी सीडीपीओ एवं शिवेश ठाकुर देंगे और जनप्रतिनिधियों के दायित्व व अधिकार के प्रति जगदीश प्रसाद यादव जागरूक करेंगे. इसी प्रकार 27 अगस्त एवं 28 अगस्त को भी प्रशिक्षण दिया जायेगा.
गम्हरिया का प्रशिक्षण सिंहेश्वर में ही
गम्हरिया के पंचायत समिति सदस्य का प्रशिक्षण भी सिंहेश्वर प्रखंड परिसर स्थित कला भवन में सिंहेश्वर पंसस के साथ ही होगा. दोनों प्रखंड मिला कर कुल 30 प्रशिक्षणार्थी इस प्रशिक्षण में मौजूद रहेंगे. सत्रावकाश में भोजन की व्यवस्था भी की गयी है.
मुखिया, वार्ड सदस्य एवं पंचायत सचिव का प्रशिक्षण चार चरणों में : सिंहेश्वर कला भवन परिसर में मुखिया, उपमुखिया, वार्ड सदस्य एवं पंचायत सचिव को चार चरणों में प्रशिक्षण दिया जायेगा. पहला चरण 29 अगस्त से शुरू हो कर 31 अगस्त को समाप्त होगा. दूसरा चरण 02 सितंबर से शुरू हो कर 04 सितंबर तक, तीसरा चरण 05 से 07 सितंबर तक और चौथा चरण 09 से 11 सितंबर तक चलेगा. प्रत्येक चरण तीन दिन का होगा. इस प्रशिक्षण में पंचायती राज व्यवस्था, आइसीडीएस योजना, उनका दायित्व, अधिकार, पंचायत संचालन, बैठक की कार्यवाही, केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं, पंचायत राज अधिनियम, चौदहवीं वित्त, सात निश्चय, वित्तीय प्रबंधन, ई गवर्नेंस आदि की जानकारी दी जायेगी.
चरणवार ये पंचायत होंगी शामिल
प्रथम चरण 29 – 31 अगस्त
पंचायत रूपौली, लालपुर सरोपट्टी, सुखासन
दूसरा चरण 02 – 04 सितंबर
पंचायत बेहरी, दुलार पिपराही, सिंहेश्वर
तीसरा चरण 05 – 07 सितंबर
पंचायत जजहट सबैला, गौरीपुर और पटोरी
चौथा चरण 09 – 11 सितंबर
पंचायत इटहरी गहुंमनी, मानपुर, कमरगामा, भवानीपुर
प्रशिक्षण 13 सितंबर से
चरणवार ये पंचायत होंगे शामिल
प्रथम चरण 13 – 15 सितंबर
पंचायत रूपौली, लालपुर सरोपट्टी, सुखासन
दूसरा चरण 16 – 18 सितंबर
पंचायत बेहरी, दुलार पिपराही, सिंहेश्वर
तीसरा चरण 20 – 22 सितंबर
पंचायत जजहट सबैला, गौरीपुर और पटोरी
चौथा चरण 23 – 25 सितंबर
पंचायत इटहरी गहुंमनी, मानपुर, कमरगामा, भवानीपुर
सरपंच, पंच, न्याय सचिव व न्यायमित्र का प्रशिक्षण 13 सितंबर से
इसी प्रकार सरपंच, पंच, न्याय सचिव व न्यायमित्र का प्रशिक्षण भी चार चरणों में होगा और प्रत्येक चरण में प्रशिक्षण तीन दिवसीय होगा. पहले चरण का प्रशिक्षण 13 सितंबर से आरंभ होगा. सिंहेश्वर प्रखंड परिसर स्थित कला भवन में प्रशिक्षण होगा. इस प्रशिक्षण में सरपंच, उपसरपंच, पंच, न्याय सचिव व न्यायमित्र शामिल होंगे. इन्हें पंचायती राज व्यवस्था के अलावा ग्राम कचहरी औरउसकी न्यायपीठ की स्थापना, शक्तियां, कर्तव्य और प्रक्रिया के बारे में बताया जायेगा. बिहार ग्राम कचहरी संचालन नियमावली 2007 के बारे में भी बताया जायेगा. बिहार ग्राम कचहरी न्याय मित्र नियमावली 2007 आदि की जानकारी दी जायेगी.

Next Article

Exit mobile version