अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं होने के कारण मरीजों में मायूसी, बाहर करवानी पड़ रही जांच

मधेपुरा : सदर अस्पताल के इमरजेंसी ओपीडी में अन्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. इसी बीच अल्ट्रासाउंड नहीं रहने के कारण मरीज मायूस भी नजर आये. पेट दर्द तथा प्रसव के लिए आयी महिला मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड नहीं होने के कारण इधर-उधर भटकते नजर आयी. बाहरी अल्ट्रासाउंड […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 8:45 AM

मधेपुरा : सदर अस्पताल के इमरजेंसी ओपीडी में अन्य दिनों की अपेक्षा मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है. इसी बीच अल्ट्रासाउंड नहीं रहने के कारण मरीज मायूस भी नजर आये. पेट दर्द तथा प्रसव के लिए आयी महिला मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड नहीं होने के कारण इधर-उधर भटकते नजर आयी.

बाहरी अल्ट्रासाउंड में 700 से 1000 रुपये मरीजों से ऐंठे जाते है. इससे मरीजों का आर्थिक रूप से शोषण हो रहा है. हालांकि अधिकांश मरीज मौसम के बदले मिजाज के कारण बीमार हो रहे हैं.
मरीजों में अधिकांश मरीजों की संख्या बुखार, सर्दी, खासी, डिहाइड्रेशन यानी पानी की कमी के आ रहे हैं. वर्तमान समय में थोड़ी सी भी चूक लोग को बीमार कर रही है. इलाज कराने आये मरीजों को अपनी बारी-बारी का इंतजार करना पड़ रहा था. वहीं अस्पताल में चिकित्सक की कमी से मरीजों को परेशानी होती है. ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी. हालांकि पुरुष ओपीडी व महिला ओपीडी में सर्वाधिक मरीजों की भीड़ थी.
सर्दी, खांसी व बुखार में सावधानी बरतने की जरूरत
डॉ एसएन यादव ने बताया कि मौसम में बदलाव अपने साथ बहुत सारी बीमारियां साथ ले आता है. सर्दी, खांसी और बुखार में सावधानी बरतने की आवश्यक है. ऐसे में लोगों को विशेष रूप से कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत रहता है. बदलते मौसम में संक्रमण का खतरा होता है. ऐसे मैसम में बिना ऊनी वस्त्र पहन कर घर से नहीं निकलना चाहिए.
पौष्टिक आहार लेना चाहिए. इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. ठंडे पदार्थों का सेवन भी कई बार वायरल बुखार का कारण बन जाता है. आजकल कभी ठंड, कभी गर्म रहने से वायरल जैसी बीमारी की आशंका बनी रहती है
इसलिए ठंडी चीजों जैसे नारंगी, सेब व अन्य ठंडी प्रदाथों का सेवन नहीं करना चाहिए. अगर सिर दर्द या बुखार महसूस हो तो अपनी मर्जी से दवा न ले. किसी अच्छे विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह से ही दवा ले. सुबह की सैर के साथ योग भी अच्छा व्यायाम होता है. बदलते मौसम में नियमित योग करना चाहिए. मौसम बदलते समय खांसी व फेफड़ों से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. पीड़ित मरीजों को रोजाना भाप लेने के साथ नमक मिले गुनगुने पानी में गरगरे करना चाहिए. साथ ही पानी को गर्म कर पीना चाहिए.

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