खुटहा जाने वाले पथ पर गंगा नदी का पानी आ जाने से आवागमन ठप

लखीसराय : जिले के बड़हिया नगर पंचायत के पूरब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से बड़हिया से खुटहा जाने वाले पथ पानी से डूब गया, जिस कारण वाहनों एवं आमलोगों का आवागमन ठप्प हो गया. हालांकि शुक्रवार को गंगा नदी एवं टाल के हरूहर नदी का जलस्तर स्थिर रहा. गुरुवार की रात तक गंगा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 24, 2019 7:38 AM

लखीसराय : जिले के बड़हिया नगर पंचायत के पूरब गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से बड़हिया से खुटहा जाने वाले पथ पानी से डूब गया, जिस कारण वाहनों एवं आमलोगों का आवागमन ठप्प हो गया. हालांकि शुक्रवार को गंगा नदी एवं टाल के हरूहर नदी का जलस्तर स्थिर रहा. गुरुवार की रात तक गंगा एवं हरूहर नदियों के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी होती रही, जिसके कारण बड़हिया से कॉलेज घाट होते खुटहा जाने वाली कच्ची पथ डूब गया.

परिणामस्वरूप शुक्रवार से इस पथ पर वाहनों एवं आमलोगों आना जाना ठप्प हो गया, जिससे खुटहा चेतन टोला पंचायत के लोगों की परेशानी बढ़ गयी और घूमकर जैतपुर एवं लक्ष्मीपुर होते आना-जाना करना पड़ रहा है. वहीं टाल के हरूहर नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी के परिणामस्वरूप सोता में पानी गिरना प्रारंभ हो गया था जिससे टाल में रबी फसल उत्पादन किसानों में खुशी आयी थी कि टाल डूब जायेगा, लेकिन आज पानी स्थिर हो जाने से मायूसी छा गयी.
बताते चलें कि बड़हिया टाल के 1064 हेक्टेयर भूमि गंगा एवं हरूहर नदियों के पानी से डूबने से नयी मिट्टी का परत खाद का काम करता है. चूहे का बिल, घास पात समाप्त के साथ मिट्टी भी मुलायम हो जाता है. जिससे कार्तिक माह में किसान रबी फसलों की बुआई करते हैं जिससे अधिक पैदावार होता है. टाल नहीं डूबने से किसानों को दोहरी मार झेलना पड़ता और खेत पटाकर रबी बुआई करना पड़ता है
जिसके बाद पूरे देश ने कन्हैया के कौशल को सलाम किया था. वहीं लखीसराय जिला प्रशासन ने भी कन्हैया के अदम्य साहस भरे कार्य के लिए सम्मानित किया था. आज एक बार फिर कन्हैया ने मानव सेवा में अपनी उल्लेखनीय कार्य कर लखीसराय का नाम रोशन किया है.
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