बीजेपी लोकसभा चुनाव के बाद घोषित करेगी सीएम का चेहरा, जानें अमित शाह ने जीत के लिए क्या दिये मंत्र

केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किये जाने की बात कही है. 2024 लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद इसकी घोषणा कर दी जायेगी.

By Prabhat Khabar | September 25, 2022 7:29 AM

सुमित, पटना. केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किये जाने की बात कही है. 2024 लोकसभा चुनाव के तत्काल बाद इसकी घोषणा कर दी जायेगी. अनौपचारिक बातचीत में श्री शाह ने कहा कि बिहार में होने वाले आगामी चुनावों में नीतीश-लालू कोई फैक्टर नहीं होगा. सब मिल कर लड़ेंगे तो उनको हटाना बड़ी बात नहीं होगी.

सभी क्षेत्रीय पार्टियां अपने-अपने राज्य से चुनाव लड़ रही हैं

2024 लोकसभा चुनाव में विपक्ष के एकजुट होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता कहां है? सभी क्षेत्रीय पार्टियां अपने-अपने राज्य से चुनाव लड़ रही हैं. ऐसे में मिल कर चुनौती देने की बात कहां है? उन्होंने कहा कि भाजपा बिहार में सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव लडेगी. सीबीआइ को धमकी के सवाल पर उन्होंने कहा कि सीबीआइ जब लालू प्रसाद से नहीं डरी तो तेजस्वी क्या हैं? इससे पहले किशनगंज दौरे के दूसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को कई कार्यक्रमों में शामिल हुए. फतेहपुर स्थित एसएसबी की पांच चौकियों का भी उद्घाटन किया.

सफलता के मंत्र-एक: विधानसभा सीट होगी मजबूत तो लोकसभा की जीत आसान

भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार और केंद्रीय गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह के दो दिवसीय दौरे ने बिहार में भाजपा की चुनावी जीत का ब्लूप्रिंट तैयार कर दिया है. पार्टी अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तैयारी साथ-साथ करेगी. श्री शाह ने पार्टी के सभी सांसद, विधायक, विधान पार्षद और पूर्व मंत्रियों को सभी 243 विधानसभा सीटों को लक्ष्य कर तैयारी करने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.

मंत्र-दो: सूबे के 72 हजार से अधिक बूथों पर संगठन को करना होगा मजबूत

उन्होंने कहा कि अभी से विधानसभा क्षेत्रों को मजबूत बना कर चलेंगे तो लोकसभा चुनाव में भी दिक्कत नहीं होगी. इसके लिए सूबे के 72 हजार से अधिक बूथों पर संगठन को मजबूत और धारदार बनाने की चुनौती कबूल करनी होगी. उन्होंने खास कर उन विधानसभा क्षेत्रों को लक्ष्य कर तैयारी करने का सुझावदिया, जिन पर पिछले चुनावों में उनकी सहयोगी पार्टी ने चुनाव लड़ा या जिस पर भाजपा उम्मीदवारों को हार मिली. जातीय और सामाजिक समीकरण को माइक्रो लेवल पर मजबूत करने का टास्क सौंपा गया.

मंत्र-तीन: सांसद-विधायक अपने क्षेत्र से इतर एक-एक विधानसभा को गोद लें

पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पार्टी के सभी सांसदों-विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी कि वे अपने क्षेत्र के अलावा एक-एक विधानसभा क्षेत्र को गोद लेकर उस पर संगठन की मजबूती का काम करें. वहीं, अमित शाह ने भाजपा नेताओं को सीमांचल इलाके को पार्टी के मजबूत गढ़ के रूप में तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी. श्री शाह ने दौरे के दूसरे दिन किशनगंज में सीमांचल के चार प्रमुख जिलों के जिलाध्यक्षों और पदाधिकारियों तथा जिला कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक कर तैयारी का टास्क भी सौंपा.

Next Article

Exit mobile version