नक्सलियों के गढ़ में बम नहीं, बरसे वोट

खगड़िया : लोकतंत्र के महापर्व के लिए मंगलवार का दिन मंगलकारी साबित हुआ. कल तक जहां बदूकें गरजती थी, वहां अब लोकतंत्र की जय-जय हो रही है. नक्सल प्रभावित अलौली विधानसभा इलाके के विभिन्न बूथों पर वोट बरसते रहे. सुबह से सुहाने मौसम के बीच विभिन्न बूथों पर वोटरों की लंबी लाइन लग गयी थी. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 24, 2019 8:03 AM

खगड़िया : लोकतंत्र के महापर्व के लिए मंगलवार का दिन मंगलकारी साबित हुआ. कल तक जहां बदूकें गरजती थी, वहां अब लोकतंत्र की जय-जय हो रही है. नक्सल प्रभावित अलौली विधानसभा इलाके के विभिन्न बूथों पर वोट बरसते रहे.

सुबह से सुहाने मौसम के बीच विभिन्न बूथों पर वोटरों की लंबी लाइन लग गयी थी. वोट देने के लिये मतदाताओं का उत्साह व उमंग चरम पर नजर आया. बूथों पर पुरुष मतदाताओं से लंबी महिला वोटरों की लाइन आधी आबादी में आयी जागरूकता का संदेश दे रही थी.
यह लोकतंत्र के लिए भी शुभ संकेत दे रहे थे. करीब आधा दर्जन मतदान केंद्रों पर इवीएम सहित अन्य तकनीकी खराबी के कारण कुछ देर मतदान बाधित रहा. हालांकि प्रशासन की तत्परता के कारण जल्द ही आयी खराबी को दूर कर मतदान सुचारु रूप से शुरू करवा दिया गया. नये से लेकर बुजुर्ग मतदाताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था.
पहले मतदान फिर पेट का इंतजाम
मध्य विद्यालय कामाथान, नाम राज कपूर. वह बर्फ (कुल्फी) बेचकर अपने परिवार का भरण- पोषण करते हैं. लेकिन मंगलवार को राज कपूर अहले सुबह जग गये थे. सुबह नहा-धोकर वह पहले मतदान करने मध्य विद्यालय कामाथान (बूथ संख्या 146) पर पहुंचे. जहां मतदान करने के बाद वह जीविका के इंतजाम में निकल पड़े. साइकिल पर बर्फ की टोकरी लेकर निकले राजकपूर ने कहा कि लोकतंत्र में गरीब अमीर सभी जनता को मताधिकार का अधिकार मिला है.
इसे कैसे बर्बाद होने देंगे, इसलिए पहले मतदान फिर पेट का इंतजाम करने निकले हैं. राजकपूर की तरह ही अमोल्या देवी भी अलौली प्रखंड मुख्यालय चौक पर सब्जी का दुकान चलाती है. जिससे उनका परिवार चलता है. लेकिन मंगलवार को अमोल्या ने पहले दुकान नहीं खोली, आज लोकतंत्र का महापर्व जो आया था.
वोट देने की उत्सुकता में वह पहले राज्य संपोषित हाइस्कूल अलौली में वोट गिराने पहुंच गयी. अंगुली पर स्याही का निशान दिखाते हुए अमोल्या कहती हैं कि पहले मतदान फिर जीविका का इंतजाम करने फुटपाथ पर अपना सब्जी दुकान खोल कर बैठी है. अमोल्या जैसी कई महिला सारथी के दम पर ही तो खगड़िया में लोकतंत्र की जय जयकार हो रही है.
सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
चुनाव को लेकर अलौली की ओर जाने वाली सड़कें सुनसान नजर आयीं. सड़क पर पुलिस प्रशासन की गाड़ियां दौड़ती रही, जबकि ई-रिक्शा ही आम लोगों के आवागमन का सहारा रहा. इलाके की अधिकतर दुकानें बंद रहीं. अधिकतर बड़े, मझोले दुकानदार अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद घर में आराम करने चले गये.
वाहनों का परिचालन नहीं होने के कारण पूरे दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. शहर के मुख्य मार्ग पर भी सन्नाटा रहा. 24 घंटे गुलजार रहने वाले अलौली विधानसभा के मुख्यालय सहित इलाके की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.
बूथ पर वोटरों की मदद के लिए स्काउट एंड गाइड रहे तैनात
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार विभिन्न बूथों पर मतदाताओं को लाइन में खड़े करने सहित मतदान को शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए स्काउट एंड गाइड को तैनात किया गया था. मध्य विद्यालय कामाथान सहित अन्य मतदान केंद्रों पर स्काउट एंड गाइड मुस्तैदी से कर्तव्य निर्वहन में लगे रहे. वोटरों को लाइन में लगाने से लेकर दिव्यांग सहित बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान में स्काउंट एंड गाइड की मदद ली गयी.

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