हर तरफ बाढ़ विपदा से बेहाल लोगों की कम नहीं हो पा रही परेशानी
क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है. आपदा की पीड़ा कम नहीं हो पा रही है. गंगा नदी के उफान नरम पड़ने से बाढ़ में वृद्धि का रफ्तार ठहर गया है.
कुरसेला. क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति यथावत बनी हुई है. आपदा की पीड़ा कम नहीं हो पा रही है. गंगा नदी के उफान नरम पड़ने से बाढ़ में वृद्धि का रफ्तार ठहर गया है. गंगा नदी के जलस्तर में कमी आने का सम्भावना जताया जा रहा है. कोसी नदी का उफान की गति कायम है. नदियों के बाढ़ के स्थिर रहने से बाढ़ के फैलाव में ठहराव आया है. बावजूद निचले सतह के भूभाग पर बाढ़ के फैलाव का सिलसिला पूर्व के भांति बना हुआ है. नगर पंचायत के कुरसेला बस्ती के बाहर मेहर टोला कोसकीपुर जाने वाले सड़क के पुलिया पर बाढ़ का तेज बहाव हो रहा है. सड़क भाग पुलिया पर नाव के सहारे लोग आवागमन कर रहे हैं. एनएच 31 भट्ठा चौक से दियारा के शेर मारी चांयटोला, चापर, अजमाबांध आदि गांवों को जोड़ने वाले संपर्क पथ पर कलवलिया नदी के बाढ का बहाव बना हुआ है. सड़क से गुजरने वाले को जोखिम भरे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. घुरना बल्थी महेशपुर सड़क सह बांध पर मड़कोस धार के बाढ़ दबाव की स्थिति यथावत बनी हुई है. मधेली के 12 नंबर ठोकर व बांध पर गंगा नदी के बाढ़ का दबाव बना हुआ है. ऊंचे स्थानों पर शरण लेने वाले बाढ़ से विस्थापित परिवारों का भोजन पानी आदि जरूरत के सामानों के अभाव में दयनीय स्थिति बनी हुई है. जानकारी अनुसार सरकारी स्तर पर प्रखंड के बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों के पंचायतों में आठ जगहों पर मंगलवार से सामुदायिक किचन प्रारंभ किया गया है. जानकारी में बताया गया है कि अन्य बाढ़ प्रभावित स्थानों पर सामुदायिक किचन चलाने के लिए अनाज आदि सामाग्रियों का उठाव किया गया है. जानकारी अनुसार बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच प्लास्टिक का वितरण किया जा रहा है. राहत सहायता प्रारंभ होने के बावजूद बाढ़ प्रभावितों में असंतोष व्याप्त है. गंगा पार गोबराही दियारा का गांव बाढ़ से घिर कर टापू बना हुआ है. बाढ़ से घिरे दियारा के लोगों के समक्ष भोजन पानी सहित कई तरह का संकट बना हुआ है. गोबराही दियारा सहित नदियों के पार गांवों में सामुदायिक किचन चलाने की जरूरत बताया जा रहा है.
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