शारीरिक शिक्षा व अनुदेशकों ने की प्रतिनियुक्ति से अलग करने की मांग
शारीरिक शिक्षा व अनुदेशकों ने की प्रतिनियुक्ति से अलग करने की मांग
कटिहार जिला पदाधिकारी से होमगार्ड बहाली को लेकर प्रतिनियुक्त शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशकों इस प्रक्रिया से अलग करने की मांग की है. शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशक इस आशय से संबंधित एक मांगपत्र भी डीएम को सौंपा है. इन अनुदेशकों की ओर से कहा गया है कि राजेन्द्र स्टेडियम में मंगलवार से होम गार्ड की बहाली होनी है. डीएम व एसपी की ओर से जारी संयुक्त आदेश के अनुसार मध्य विद्यालयों में नियोजित कुल 13 शारीरिक अनुदेशकों को ड्यूटी में लगाया है. डीएम को दिये आवेदन में अनुदेशकों ने आग्रह किया है कि उनकी नियोजन विद्यालय के अंशकालिक समय अवधि के लिए हुई है. कार्य क्षेत्र विद्यालय में उपस्थित बच्चों को चेतना सत्र के दौरान मात्र पीटीव योग कराना है. चेतना सत्र के दौरान वे विद्यालय से पृथक होकर अन्य कार्यों को अपनाकर जीवन यापन करने के लिए बाध्य है. बिहार के लगभग 2200 अनुदेशकों का मानदेय वर्तमान में मात्र 8400 है. आर्थिक समस्याओं के बावजूद भी मई 2022 से 2025 तक चुनाव हो या चाहे तरंग खेल प्रतियोगिता या फिर वर्तमान में बिहार सरकार का मशाल खेल का ही आयोजन क्यों न हो. सभी पूर्णकालिक रूप से प्रशिक्षण लेने एवं देने के साथ साथ सफलता पूर्वक कार्यक्रमों का समापन भी कराते आये है. इन सब के बाबजूद भी बिहार सरकार उन्हें अंशकालिक कह कर अभी तक न ही वेतनमान और राज्य कर्मी का दर्जा ही दिया और न ही सक्षमता परीक्षा बैठने की अनुमति दी है. मांग पत्र देने वालों में मुख्य रूप से चंगेज हयात, रूपेश कुमार, उज्ज्वल किशोर, दिलीप कुमार, रोहित कुमार शामिल थे.
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