मिथिला की महिलाओं के लिए इस बार जितिया व्रत बेहद कठिन, जानें कितने घंटे अधिक रखना होगा निर्जला उपवास

Jivitputrika Vrat 2022: इस बार मिथिलांचल की महिलाओं को अन्य क्षेत्र की महिलाओं के अलावा अधिक समय तक उपवास रखना होगा. मिथिलांचल में जितिया व्रत की शुरुआत 16 सितंबर से शुरू हो जाएगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2022 7:53 AM

हिंदू धर्म में जितिया पर्व का विशेष महत्व है. जितिया व्रत शुरू होने में मात्र दो दिन शेष बचा हुआ है. इस बार मिथिलांचल कि महिलाओं के लिए यह पर्व बेहद कठिन माना जा रहा है. ऐसे तो जितिया व्रत सभी महिलाओं के लिए कठिन होता है. लेकिन इस बार मिथिलांचल की महिलाओं को अन्य क्षेत्र की महिलाओं के अलावा अधिक समय तक उपवास रखना होगा. मिथिलांचल में जितिया व्रत की शुरुआत 16 सितंबर से हो जाएगी. वहीं, अन्य इलाकों में जितिया व्रत की शुरुआत 17 सितंबर से होगी. जितिया व्रत को अलग-अलग क्षेत्र में जिउतिया, जितिया, जीवित्पुत्रिका, जीमूतवाहन और महालक्ष्मी पूजा व्रत के नाम से जाना जाता है. इस दिन महिलाएं उपवास रखकर पुत्र की लंबी आयु के लिए कामना करती है.

इस साल 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी मिथिला की महिलाएं

हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जिउतिया व्रत करने का विधान है. यह व्रत सप्तमी से लेकर नवमी तिथि तक चलता है. मिथिला की महिलाएं 16 सितंबर को दिन में माछ मड़ुआ खाएंगी. 17 सितंबर के दिन शनिवार की सुबह पांच बजे ओठगन के साथ निर्जला जितिया व्रत शुरू होगी जो 18 सितंबर को दोपहर बाद साढ़े चार बजे संपन्न होगी. इस प्रकार इस साल मिथिला की महिलाओं के लिए यह व्रत लगभग 34 घंटा 53 मिनट लंबा होगा. जबकि काशी पंचांग के तहत व्रत करने वाली महिलाओं के लिए राहत की बात यह होगी कि उन्हें महज 25 घंटा 43 मिनट का ही व्रत रखना होगा.

Also Read: Jivitputrika Vrat 2022: बिहार में जितिया व्रत कब है, 17 या 18 सितंबर को, यहां करें अपनी कन्फ्यूजन दूर
17 सितंबर की सुबह 5 बजे होगा ओठगन

मिथिला की महिलाएं जितिया का निर्जला व्रत रखने से पहले 17 सितंबर दिन शनिवार की सुबह 5 बजे ओठगन करेंगी. जितिया की व्रत शुरुआत करने से पहले महिलाएं सूर्योदय होने से पूर्व जलपान करतीं है, जिसे स्थानीय भाषा में ओठगन कहा जाता है. ओठगन के बाद महिलाएं पारण तक किसी प्रकार का द्रव्य मुंह में नहीं डालती है. सभी प्रकार के व्रतों में इस व्रत को काफी कष्टप्रद माना गया है. इस साल इसकी लंबी अवधि इसे और कष्टप्रद बनायेगा.

Also Read: Jitiya Vrat Date: मिथिला की महिलाएं 17 सितंबर से रखेंगी जितिया व्रत, कल होगा माछ-मड़ुआ, जानें डिटेल्स
Also Read: Jivitputrika Vrat 2022 Date: बिहार में जितिया व्रत 17 या 18 सितंबर को?, महिलाएं यहां करें अपनी दुविधा दूर

Next Article

Exit mobile version