बिहार : पोती को गया था दफनाने, मिट्टी धंसने से खुद हो गया दफन

ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन जहानाबाद : सुकियावां के महादलित टोले में शुक्रवार को अचानक कोहराम मच गया. एक तरफ घर में दो माह की नवजात की मौत पर चीत्कार मची थी, वहीं बच्ची को दफन करने के दौरान फल्गु नदी में खोदे गये कब्र में मिट्टी धंसने से दादा की भी मौत […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 6:15 AM
ग्रामीणों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
जहानाबाद : सुकियावां के महादलित टोले में शुक्रवार को अचानक कोहराम मच गया. एक तरफ घर में दो माह की नवजात की मौत पर चीत्कार मची थी, वहीं बच्ची को दफन करने के दौरान फल्गु नदी में खोदे गये कब्र में मिट्टी धंसने से दादा की भी मौत हो गयी. गांव के रामप्रवेश यादव (55 वर्ष) अपने गांव के कुछ लोगों के साथ पोती का दाह संस्कार करने सुकियावां के फल्गु नदी में गये थे.
वहां तटबंध के समीप खोदे जा रहे गड्ढे में अचानक मिट्टी का धंसान होना शुरू हो गया. साथ रहे तीन लोग तो किसी तरह जान बचाकर निकल भागे, लेकिन गोद में पोती का शव लिये रामप्रवेश को गड्ढे से निकलने का मौका नहीं मिला और चंद मिनटों में ही मिट्टी से दबकर दम घुटने से उसकी मौत हो गयी. जेसीबी के साथ कुदाल से भी मिट्टी की परत को हटाकर काफी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया. शव निकलते ही लोगों में आक्रोश बढ़ने लगा और सभी बालू ठेकेदार को कोसने लगे. आक्रोश के कारण लोग सड़क पर उतर आये और यातायात को घंटों बाधित कर दिया.
सड़क जाम कर बालू उत्खनन का जताया विरोध
उग्र ग्रामीणों का कहना था कि बालू उत्खनन में लगी एजेंसियों द्वारा बेतरतीब तरीके से बालू की निकासी की जा रही है. नदी में कई जगहों पर जानलेवा गड्ढे बन गये हैं, जिसके कारण पहले भी 10 लोगों की जान जा चुकी है.

Next Article

Exit mobile version