लोगों ने रेलवे में हो रहे काम की गुणवत्ता पर उठाया सवाल

झाझा : रेलवे में काम कर रहे दो मजदूरों की मौत के बाद उपस्थित लोगों ने रेलवे प्रशासन के विरोध में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने एवं गलत कार्य कराने को लेकर सवाल उठाया. उपस्थित दर्शकों ने बताया कि रेलवे में करोड़ों का काम चल रहा है. रेलवे परिसर के अंदर व रेलवे बाहरी परिसर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 24, 2020 8:30 AM

झाझा : रेलवे में काम कर रहे दो मजदूरों की मौत के बाद उपस्थित लोगों ने रेलवे प्रशासन के विरोध में घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने एवं गलत कार्य कराने को लेकर सवाल उठाया. उपस्थित दर्शकों ने बताया कि रेलवे में करोड़ों का काम चल रहा है. रेलवे परिसर के अंदर व रेलवे बाहरी परिसर में गोरखधंधे का कार्य शुरू से ही चल रहा है. घटिया सामग्री का इस्तेमाल शुरू से ही किया या जा रहा है. घटिया सीमेंट के अलावे अन्य सामानों की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए हैं.

दर्शक चंदन कुमार, घनश्याम यादव समेत कई लोगों ने बताया कि स्टेशन के बाहरी परिसर में बनाए गए चबूतरा में भी घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. न तो उचित मात्रा में सीमेंट, छड़, गिट्टी का इस्तेमाल किया गया है और न ही अन्य कार्यों में भी गुणवत्ता बरती जा रही है.
कई लोगों ने कहा कि स्टेशन के बाहरी परिसर से लेकर स्टेशन के अंदर में जितने भी कार्य हो रहे हैं . सभी की गुणवत्ता की जांच होनी चाहिये. लगभग 5:30 करोड़ की योजनाएं चल रही है . जिसमें कई अलग-अलग ठेकेदार हैं. सभी बड़े ठेकेदार पेटी कांटेक्ट में काम देकर चले गए हैं. स्थानीय एवं अन्य लोगों के सहयोग से काम को कराया जा रहा है. जिसके कारण आज मजदूरों की मौत हुई है.
आक्रोशित लोगों ने बताया कि यदि प्रशासन शुरू से ही सजग रहती एवं गुणवत्तापूर्ण कार्य कराती तो आज मजदूरों की मौत नहीं होती. ग्रामीणों ने बताया कि रेलवे में कई स्तर के अधिकारी हैं. बावजूद इसके कार्य की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. कार्य की सही मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण ही कई तरह की घटनाएं हो रही हैं.
जो आज मौत के रूप में सामने आया है. उपस्थित लोगों ने कहा कि रेलवे स्टेशन झाझा में चल रहे विकास कार्यों की जांच हो. उच्च स्तरीय कमेटी गठित हो एवं मृतक मजदूरों को उचित मुआवजा भी मिले. नहीं तो झाझा एवं मजदूरों के लोग चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य हो जाएंगे.

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