राम मंदिर को लेकर जगदानंद सिंह का विवादास्पद बयान, बोले- अयोध्या में नफरत की जमीन पर चल रहा निर्माण

राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि नफरत की जमीन पर राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है. इंसानियत से बड़ा इस भारत में उन्मादियों के राम बनेंगे. अयोध्या के इस मंदिर में सबरी के, तुलसी के राम नहीं बल्कि पत्थरों के भीतर कैद एक राम रहेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 6, 2023 5:45 PM

पटना. राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. जगदानंद सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए राम मंदिर को लेकर भाजपा पर हमला बोला. राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि नफरत की जमीन पर राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है. इंसानियत से बड़ा इस भारत में उन्मादियों के राम बनेंगे. अयोध्या के इस मंदिर में सबरी के, तुलसी के राम नहीं बल्कि पत्थरों के भीतर कैद एक राम रहेंगे. वो राम लोगों के, गरीबों के, झोपड़ियों में रहने वालों के राम नहीं होंगे.

भारत के कण कण में हैं राम 

जगदानंद सिंह ने कहा कि भारत की जनता तो सदियों से रामायण को लेकर बैठी है. सुबह से लेकर शाम तक उसका पाठ करती रहती है. अब भारत राम का नहीं रहेगा, लेकिन भारत में राम का मंदिर जरूर रहेगा. पत्थरों के बीच में राम रहेंगे. हृदय के बीच में कैसे रहेंगे, ये मेरे समझ में नहीं आ रहा है. कण- कण से समेट कर राम उस चारदीवारी में चले गये. ये किसके राम हैं, इस राम से किसका रिश्ता है. राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि हम और हमारी पार्टी ‘हे राम’ में विश्वास करते हैं ‘श्रीराम’ में नहीं. हमारे हृदय में राम है पत्थर या मंदिरों में नहीं. जगदानंद सिंह ने कहा कि श्री राम ना तो अयोध्या में है और ना ही लंका में बल्कि श्री राम शबरी की कुटिया में रहते हैं. वो आज भी वहां मौजूद हैं. अब श्रीराम वाले लोग उन्हें अपनी दिल से निकाल कर मंदिरों में बैठा रहे हैं. 

अमित शाह ने एक जनवरी तक बनने की कही बात

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर एक जनवरी 2024 को बनकर तैयार हो जाएगा. इस बयान के बाद एक बार फिर राम मंदिर चर्चा में आ गया है. इस बयान के बाद विपक्षी नेता केंद्र सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं. वहीं, 2024 में लोकसभा चुनाव है, इसलिए ये साल महत्वपूर्ण हो जाता है. वहीं, इस मामले में जदयू के एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि भगवान राम में हमसब की आस्था है, लेकिन हमारी उम्मीद यह भी है कि ‘भूखे भजन न होई गोपाला’. अमित शाह को यह भी याद होना चाहिए कि 2014 से लेकर 2023 तक पिछले 9 वर्षों में युवाओं को जो रोजगार देने की बात कही थी, अब इनको उसकी भी तारीख बता देना चाहिए.

राम मंदिर का 60 फीसदी कार्य पूरा

भाजपा शुरू से ही राम मंदिर मुद्दा को चुनावी एजेंडा में रखती है. इस वजह से भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर का निर्माण पूरा कराना चाहती है. वहीं, राम मंदिर निर्माण कार्य अभी तेजी से चल रहा है. राम मंदिर का 60 फीसदी कार्य पूरा हो गया है. ट्रस्ट ने इसी साल अगस्त महीने तक की डेडलाइन दी है.

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