‘लालू यादव के श्राप से चल गयी राहुल गांधी की संसद सदस्यता..’, गिरिराज सिंह क्यों कर रहे ऐसा दावा, जानिए..

राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता समाप्त होने के मामले पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसा और राहुल गांधी को लालू यादव का श्राप लगने की वजह इस कार्रवाई के पीछे गिनाई.

By Prabhat Khabar Print Desk | March 25, 2023 11:53 AM

राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता समाप्त होने के मामले पर देशभर में सियासत गर्म है. इस बीच अब भाजपा के केंद्रीय मंत्री व फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर हमला बोला है. तंज कसते हुए बेगूसराय के भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने लालू यादव का श्राप लगने का दावा राहुल गांधी के लिए कर दिया.

समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को लालू प्रसाद यादव का श्राप लगा है. जब चारा घोटाले में आदेश आया था और लालू प्रसाद की सदस्यता जाने वाली थी, उस समय राहुल गांधी उनसे नहीं मिलते थे. राहुल गांधी ने तब ऐसे मामले में अपील के प्रावधान से संबंधित अध्यादेश को फाड़ दिया था. लालू जी ने उस समय राहुल गांधी को श्राप दिया था.

बता दें कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गयी है. शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी करके उनकी सदस्यता रद्द कर दी. वह केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. राहुल गांधी के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के बाद देशभर की सियासत गरमाई हुई है.

बता दें कि ‘मोदी उपनाम’ को लेकर सूरत की एक कोर्ट ने राहुल को गुरुवार को दो साल की सजा सुनायी थी. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें तत्काल राहत भी दी और फैसला सुनाने के कुछ ही देर बाद कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी. राहुल को फिलहाल सजा नहीं होगी. सजा के कार्यान्वयन पर 30 दिनों के लिए अदालत ने रोक लगा दी थी.

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वहीं लालू यादव की बेटी रोहिणी ने शुक्रवार को एक ट्वीट इस प्रकरण पर किया था और उन्होंने लिखा कि पापा भाजपा का चाल चरित्र समझते थे. इसलिए तो 2013 में उन्होंने इस अध्यादेश का विरोध किया था. उन्हें पहले से ये अनुभूति थी कि अगर भूल से भी भाजपा सत्ता में आ गयी तो इसी अध्यादेश के बल पर लोकतंत्र को कुचलेगी. और आज वही हुआ. राहुल गांधी नासमझी के शिकार होकर जाने-अंजाने में ऐसी गलती कर बैठे की उसकी सजा आज के विपक्षी पार्टी के नेताओं को भुगतना पड़ रहा है. उन्हें झूठे केस-मुकदमों की जाल में उलझकर अपनी सदस्यता गंवानी पड़ रही है.

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