पानी की कमी से धान की फसल बरबाद

पानी की कमी से धान की फसल बरबादफोटो मानपुर 1 – बड़की नीमा गांव में धान की फसल का मुआयना करते किसान राजदेव भारती.संपन्न किसान डीजल पंपसेट व मोटर पंपसेट से फसल बचाने में जुटेबची हुई फसल को नीलगाय व अवारा पशु पहुंचा रहे नुकसानप्रतिनिधि, मानपुर मानपुर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पानी की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2015 11:25 PM

पानी की कमी से धान की फसल बरबादफोटो मानपुर 1 – बड़की नीमा गांव में धान की फसल का मुआयना करते किसान राजदेव भारती.संपन्न किसान डीजल पंपसेट व मोटर पंपसेट से फसल बचाने में जुटेबची हुई फसल को नीलगाय व अवारा पशु पहुंचा रहे नुकसानप्रतिनिधि, मानपुर मानपुर प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पानी की कमी व तेज धूप से धान की फसल बरबाद हो रही है. कुछ संपन्न किसान डीजल पंपसेट व मोटर पंपसेट से पटवन कर मेहनत से लगायी धान की फसल को बचाने का प्रयास कर रह हैं. लेकिन, चतरमार रोग के कारण धान की फसल सूख रही है. भोरे पंचायत के बड़की नीमा गांव के किसान राजदेव भगत ने बताया कि पानी के अभाव में धान की फसल बरबाद हो रही है. पूंजी भी डूब के करार पर है. महाजन से कर्ज लेकर तीन एकड़ जमीन पर धान की खेती की थी. भगवान ने समय पर बारिश करा कर धान तो रोपवा दिया, लेकिन उसके बाद समय-समय पर पानी नहीं होने के कारण पानी के अभाव में फसल अब सूखने लगी है. फसल अब तो मुआर काटने के लायक भी नहीं रह गयी है. घर में रखा अनाज मजदूरी में दे दिया, अगर अच्छी फसल नहीं हुई, तो उनके परिवार के सामने भूखे मरने की नौबत आ जायेगी. प्रशासन के अधिकारी व नेता चुनाव के तैयारी में लगे हैं. किसानों की परेशानी की तरफ उनका ध्यान नहीं है. सरकार की तरफ से डीजल अनुदान का पैसा देने की घोषणा की गयी थी, जो अब तक नहीं मिली. गांव के ही बबलू चौहान व डोमन चौहान ने बताया कि उनके गांव में मात्र 20 प्रतिशत धान की फसल ही बच पायी है, जिसे नीलगाय व अवारा पशुओं द्वारा नुकसान पहुंचाया जा रहा है. प्रशासन व सरकार की तरफ से किसानों को कर्ज माफी व समुचित बिजली नहीं मुहैया कराया गया, तो खेती कार्य को छोड़ना मजबूरी होगी.

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