सम्राट अशोक भवन के लिए जमीन की घेराबंदी का काम हुआ शुरू

गया : अगर सब कुछ ठीक रहा, तो इस वर्ष के अंत तक नगर निगम परिसर में सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल का निर्माण शुरू हो जायेगा. इससे एक ओर जहां शहर में सरकारी व निजी स्तर पर होनेवाले आयोजनों में ज्यादा-से-ज्यादा लोग भाग ले सकेंगे, वहीं नगर निगम का खजाना भी भरेगा. गौरतलब हो कि […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 12, 2019 7:20 AM

गया : अगर सब कुछ ठीक रहा, तो इस वर्ष के अंत तक नगर निगम परिसर में सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल का निर्माण शुरू हो जायेगा. इससे एक ओर जहां शहर में सरकारी व निजी स्तर पर होनेवाले आयोजनों में ज्यादा-से-ज्यादा लोग भाग ले सकेंगे, वहीं नगर निगम का खजाना भी भरेगा. गौरतलब हो कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2014-15 में सभी निकायों में सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल के निर्माण को मंजूरी दी थी. उद्देश्य यह था कि हर निकायों में सभी सुविधाओं से युक्त हॉल हो.

जानिए अशोक कन्वेंशन हॉल के बारे में : गौरतलब हो कि प्रदेश में ज्यादातर निकायों में बड़े आयोजनों के लिए हॉल जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं का अभाव है. वहीं जो हॉल हैं भी उनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं है. इसको देखते हुए सरकार ने अशोक कन्वेंशन हाल को मंजूरी दी थी. नगर निगम को अशोक कन्वेंशन हाॅल के लिए वर्ष 2014-15 में एक करोड़ 10 लाख रुपये का आवंटन प्राप्त हुआ. यह काम डूडा के जरिये पूरा होना है.
चार साल लगे अतिक्रमण हटाने में : नगर निगम परिसर स्थित चिल्ड्रेन पार्क की जमीन पर सम्राट अशोक कन्वेंशन हॉल बनाने का प्रस्ताव पारित और बोर्ड व स्टैंडिंग से मंजूरी मिलने के बाद इस दिशा में सबसे बड़ी बाधा थी, इस जमीन पर बसे महादलित परिवारों को हटाना. इसके लिए नगर निगम ने कई बार प्रयास किया लेकिन हर बार विफल रहा.
इसके कारण निगम की कई बार फजीहत हुई. इन परिवारों ने बकायदा झोपड़ी बना ली थी. जिसे हटाने के लिए निगम ने नोटिस दिया, बात नहीं बनी तो वार्ता तक की लेकिन कोई हल नहीं निकला. दो माह पूर्व नगर आयुक्त सावन कुमार समेत कई अधिकारियों व पार्षदों की मौजूदगी में पुलिस की सहायता से अतिक्रमण को हटाया गया है. अभी नगर निगम द्वारा जमीन की घेराबंदी की जा रही है.
क्या है मौजूदा स्थिति
यह भवन 70 बाइ 100 वर्ग फुट में बनेगा. एक मंजिला इस भवन में 300 लोगों की क्षमतावाला हॉल होगा. इसके अलावा यहां शौचालय व टिकट काउंटर बनाया जायेगा. मैनेजर व सुरक्षा कर्मी का एक-एक कमरा भी होगा. इस भवन के लिए दो से तीन सालों में कई बार टेंडर हुआ है लेकिन सिंगल टेंडर गिरने के कारण टेंडर रद्द करना पड़ा. कुछ माह पूर्व हुए टेंडर में दो एजेंसियों ने रुचि दिखायी है. नगर निगम ने इस मामले को सरकार के स्तर पर भेज दिया है. ताकि वहां से जो निर्णय हो उसके अनुसार आगे की कार्रवाई हो सके.
क्यों जरूरी है यह हॉल
शहर में बड़े अायोजनों के लिए पर्याप्त हॉल का अभाव है. केदारनाथ मार्केट परिसर स्थित जवाहर टाउन हॉल व आशा सिंह मोड़ स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम काफी जर्जर है. इसके जीर्णोद्धार का मामला भी काफी समय से अटका पड़ा है. कई बार सरकार के द्वारा भेजी गयी राशि भी लौट चुकी है. अगर यह हॉल बन जाता है तो इसका फायदा यहां के लोगों को मिलेगा.
क्या कहते हैं अधिकारी
सम्राट अशोक भवन के निर्माण को ले नगर निगम प्रशासन गंभीर है. हम खुद चाहते हैं कि जल्द-से-जल्द इस भवन का निर्माण शुरू हो जाये. उम्मीद है कि सरकार के स्तर पर इस मामले में जल्दी ही कोई दिशा-निर्देश प्राप्त होगा.
सावन कुमार, नगर आयुक्त, गया नगर निगम

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