पानी के लिए ग्राउंड वाटर को करना होगा रिचार्ज

गया : जिला पर्षद सभागार में गुरुवार को जल-जीवन-हरियाली को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन की गयी. कार्यशाला का शुभारंभ डीएम अभिषेक सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यशाला में डीएम ने कहा कि जलशक्ति अभियान में गया जिला का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है और इसमें सभी बीडीओ, प्रोग्राम ऑफिसर, वन विभाग के अधिकारी, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 9:00 AM

गया : जिला पर्षद सभागार में गुरुवार को जल-जीवन-हरियाली को लेकर एक कार्यशाला का आयोजन की गयी. कार्यशाला का शुभारंभ डीएम अभिषेक सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. कार्यशाला में डीएम ने कहा कि जलशक्ति अभियान में गया जिला का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है और इसमें सभी बीडीओ, प्रोग्राम ऑफिसर, वन विभाग के अधिकारी, जिला स्तर के पदाधिकारियों का योगदान रहा है. सभी ने एक टीम के रूप में कार्य किया और इसके लिए सभी सम्मान के भागीदार हैं. उन्होंने कहा कि जो कार्य हो रहे हैं उसके दस्तावेज रखे जाएं.

साथ ही, उसे मेंटेन भी किया जाये. डीएम ने कहा कि गया में पानी की समस्या है, लेकिन स्थिति को बेहतर किया जा सकता है. गया में नदी की संख्या कम है. इसलिए हम भूगर्भ जल एवं धरातलीय जल का उपयोग कर सकते हैं. हमें ग्राउंड वाटर को रिचार्ज करना होगा. साथ ही, जो जलाशय अस्तित्व में हैं या जो हमारे परंपरागत जलस्रोत हैं, उन्हें पुनर्जीवित करना होगा.
एक एकड़ के नीचे के जलाशय का निर्माण मनरेगा से
इससे पहले डीडीसी किशोरी चौधरी ने कहा कि दो अक्तूबर को मुख्यमंत्री द्वारा जल-जीवन- हरियाली योजना का शुभारंभ किया जा रहा है. एक एकड़ के नीचे के जलाशय का निर्माण मनरेगा से किया जायेगा तथा एक एकड़ से ऊपर के जलाशय का निर्माण अन्य संबंधित विभाग द्वारा कराया जायेगा.
उन्होंने कहा कि लक्ष्य से अधिक सोख्ो का निर्माण करें और जिले को आगे रखें. डीएम द्वारा जल-जीवन-हरियाली योजना के सफल संचालन हेतु नौ सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. इस अवसर पर सहायक समाहर्ता केएम अशोक, अनुमंडल पदाधिकारी नीमचक बथानी, डीसीएलआर सदर व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
जागरूकता के लिए अभियान पर जोर
डीएम ने इस योजना के लिए जन जागरूकता लाने के लिए दीवार लेखन एवं पेंटिंग कराने का निर्देश दिया. साथ ही, सभी अवसरों पर जल-जीवन-हरियाली का लोगों एवं स्लोगन का प्रयोग करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ पौधारोपण भी कराना होगा.
इस वर्ष 17 से 18 लाख पौधे लगाये गये हैं. अगले साल 50 लाख पौधारोपण करना होगा. डीएम ने कहा कि जितने भी जलाशय हैं उनमें से 60 प्रतिशत का जीर्णोद्धार वर्ष 2019-20 में तथा 40 प्रतिशत का जीर्णोद्धार 2020-21 में किया जाना है. हमें सभी रास्तों के किनारे पौधे लगाना है.
अच्छे काम करनेवालों का होगा सम्मान
चेकडैम का निर्माण वाटरसेड के अंतिम जगह पर करना होगा, जहां अत्यधिक पानी एकत्रित होता हो. सभी चापाकलों के साथ सॉकपिट का निर्माण कराना होगा.
जलाशय, आहार, पइन, कुआं जहां भी अतिक्रमण पाया जाता है संबंधित अंचलाधिकारी अतिक्रमण वाद जारी करेंगे तथा अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी संबंधित विभाग व सीओ की होगी. दो अक्तूबर 2019 को सभी पंचायतों में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया जाना है. इसमें जिन्होंने अच्छे कार्य किये हैं उन्हें सम्मानित किया जाये.

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