दलित उत्पीड़न के खिलाफ भूख हड़ताल 20 को

राज्यस्तरीय कन्वेंशन में माकपा का फैसला दरभंगा : माकपा आगामी 20 मई को समाहरणालय पर भूख हड़ताल करेगी. साथ ही 20 जून को प्रदर्शन भी होगा. पार्टी के राज्य स्तरीय कन्वेंशन में लिये गये निर्णय के आलोक में यह आंदोलन किया जायेगा. पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य विजय कांत ठाकुर से सोमवार को लहेरियासराय गुदरी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 11, 2016 7:07 AM

राज्यस्तरीय कन्वेंशन में माकपा का फैसला

दरभंगा : माकपा आगामी 20 मई को समाहरणालय पर भूख हड़ताल करेगी. साथ ही 20 जून को प्रदर्शन भी होगा. पार्टी के राज्य स्तरीय कन्वेंशन में लिये गये निर्णय के आलोक में यह आंदोलन किया जायेगा. पार्टी के केंद्रीय कमेटी सदस्य विजय कांत ठाकुर से सोमवार को लहेरियासराय गुदरी स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में यह बात कही. उन्होंने कहा कि कन्वेंशन में अगलगी, जलसंकट तथा कमजोर दलित वर्ग के उत्पीड़न के सवाल को लेकर आंदोलन का फैसला लिया गया. इसी आलोक में यहां इसे अंजाम दिया जायेगा.
श्री ठाकुर ने कहा कि खपरपुरा, कोलहंटा पटोरी, पौरी, इटहर समेत दर्जनों गांव में अगलगी से भारी क्षति हुई है. आपदा प्रबंधन की ओर से आग पर काबू पाने में अधिक विलंब किये जाने से नुकसान ज्यादा हुआ है. सरकारी राहत काफी कम है. राज्य और केंद्रीय सत्ताधारी पार्टी आरोप-प्रत्यारोप के बीच अपनी असफलता को ढकना चाहती है.
उन्होंने जले फूंस के घर की जगह इंदिरा आवास से मकान, फसल आने तक रोजगार व मुफ्त भोजन, प्रति एकड़ फसल जलने पर 30 हजार रुपये मुआवजा, पुराने कर्जे की माफी, पेजयल, चारा व दवाई की व्यवस्था, जनवितरण से प्रत्येक पीडि़त परिवार को प्रतिमाह 35 किलो राशन उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने राहत के खर्चे का शत-प्रतिशत सहायता राशि केंद्र सरकार को उपलब्ध कराने की मांग की. राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने, दलित उत्पीड़न में हुई वृद्धि को देखते हुए निजी क्षेत्र में भी आरक्षण की व्यवस्था करने तथा दलितों को न्याय दिलाने के लिए सख्त कानून व
व्यवस्था की मांग की.
आठ और महिलाएं बीमार
विषाक्त भोजन. 48 घंटों में 15 महिलाएं भरती
दरभंगा : शांति कुटीर संस्था में विषाक्त भोजन का ममाला थमने का नाम नहीं ले पा रहा है. इस संस्था में मंगलवार को आठ और महिलाओं को डीएमसीएच में भरती कराया गया है. दो दिनों के भीतर डेढ़ दर्जन महिलाएं भरती हो चुकी है.
चार मरीजों की हुई छुट्टी
अभी तक उपचार के बाद चार मरीजों को छुट्टी दे दी गयी है. आठ मरीजों का उपचार सीसीडब्ल्यू में चल रहा है. डाक्टर इन मरीजों के उपचार पर विशेष निगरानी रखे हुए हैं. इन सभी मरीजों का इलाज यूनिट इंचार्ज डाॅ जीएन झा के नेतृत्व में चल रहा है.
डीएमसीएच प्रशासन ने जायजा लिया : प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डाॅ बालेश्वर सागर ने सीसीडब्ल्यू में पहुंचकर मरीजों के उपचार व्यवस्था का जायजा लिया. मरीजों को कोई भी दवा बाहर से नहीं खरीदना पड़े, इसके लिए कड़ी हिदायत दी गयी है.
नहीं आये फूड इंस्पेक्टर : घटना के 48 घंटे बीत गये. विषाक्त भोजन को लेकर मरीजों की भरती थमने का नाम नहीं ले पा रहा है. लेकिन फूड इंस्पेक्टर की अभी तक नींद नहीं टूटी है. फूड इंस्पेक्टर शांति कुटीर संस्था और डीएमसीएच में पहुंचकर कोई भी खाद्य पदार्थ का नमूना नहीं लिये हैं.
चार मरीज खतरे से बाहर, मिली छुट्टी
चार मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गयी है. सभी मरीज खतरे से बाहर हैं. मरीजों के इलाज का यहां पुख्ता इंतजाम है.
डाॅ बालेश्वर सागर, प्रभारी अस्पताल अधीक्षक
ये मरीज हुए भरती
भरती होने वाले आठ महिलाओं में शांति देवी(30), चिंटू देवी (48), आशा देवी (50), मिट्ठू देवी (30), भगवती देवी (50), बबीतादेवी(50), सुमिला कुमारी (30) और सुप्रिया कुमारी (30) शामिल है. इसके पूर्व आठ मई को आधा दर्जन और 9 मई को तीन महिलाओं को इस मामले में भरती कराया गया था. डाॅक्टरों ने सभी को खतरे से बाहर बताया है.

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