नीतीश कुमार से दूरी.. तेजस्वी से दोस्ती.. चिराग पासवान इफ्तार पार्टी में हुए शामिल, भाजपा ने साफ कहा ‘ना’

रमजान के पाक महीने में बिहार में सियासत गर्म है. आज लालू यादव के परिवार की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन राबड़ी देवी के आवास पर किया जा रहा है. तेजस्वी यादव ने इस आयोजन में महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं के साथ विपक्ष को भी न्यौता भेजा है.

By Prabhat Khabar Print Desk | April 9, 2023 4:28 PM

रमजान के पाक महीने में बिहार में सियासत गर्म है. आज लालू यादव के परिवार की तरफ से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन राबड़ी देवी के आवास पर किया गया. जा रहा है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इस आयोजन में महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं के साथ विपक्ष को भी न्यौता भेजा है. इस आयोजन में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान भी शामिल हुए. बड़ी बात ये है कि चिराग खुलकर सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर हमला करते रहे हैं. मगर इफ्तार पार्टी में दोनों आसपास बैठे दिखे. ऐसे में तेजस्वी यादव से दोस्ती और सीएम से करीबी के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.

गंगा जमूनी तहजीब की पहचान है इफ्तार: तेजस्वी यादव

तेजस्वी यादव ने इफ्तार पार्टी में कहा कि हम हर साल इफ्तार देते हैं. हम इफ्तार से रोजेदार लोगों के प्रति इज्जत प्रकट करते हैं. यह इफ्तार पार्टी नहीं बल्कि गंगा जमूनी तहजीब की पहचान है. जितने भी लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की उनकी संपत्ति की कुर्की हो रही है. जो भी अमन चैन छीनने का प्रयास करेगा उसे क़ानून नहीं बख्शेगा. वहीं, लोजपा (रामविलास) पार्टी की तरफ से बताया गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शाम 6 बजे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बाद वहां से दिल्ली रवाना हो जाएंगे.

Also Read: बिहार में बड़ा रेल हादसा, डुमरांव स्टेशन के पास मालगाड़ी हुई बेपटरी, मगध एक्सप्रेस समेत ये एक दर्जन ट्रेन फंसी
भाजपा ने किया किनारा

तेजस्वी यादव के द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी का बीजेपी ने एक सीरे से विरोध किया है. पार्टी का कहना है कि राज्य में लोग दंगे की चपेट में हैं और सत्ता पक्ष के द्वारा पार्टी का आयोजन किया जा रहा है. वहीं, अब भाजपा की राह पर उपेंद्र कुशवाहा ने भी चल दिया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने महागठबंधन के द्वारा आयोजित की जा रही इफ्तार पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि बिहारशरीफ और सासाराम में हिंसा के बीच जश्न नहीं मरहम की जरूरत है. कहीं, इफ्तार पार्टी का आयोजन जले पर नमक छिड़कने के जैसा न हो जाए.

Next Article

Exit mobile version