चिकित्सकों की टीम ने किया बेलछी गांव का दौरा

खसरे के मरीजों की हुई जांच, पुराने मरीजों की हालत सुधरी एक दर्जन नये मरीजों की पहचान की गयी सिविल सर्जन से जांच कर कार्रवाई की मांग अरियरी : पिछले एक माह से खसरा की बीमारी से बुरी तरह घिरे अरियरी के बेलछी गांव में पुराने मरीजों की स्थिति में सुधार तो हैं, लेकिन लगभग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 26, 2017 12:06 AM

खसरे के मरीजों की हुई जांच, पुराने मरीजों की हालत सुधरी

एक दर्जन नये मरीजों की पहचान की गयी
सिविल सर्जन से जांच कर कार्रवाई की मांग
अरियरी : पिछले एक माह से खसरा की बीमारी से बुरी तरह घिरे अरियरी के बेलछी गांव में पुराने मरीजों की स्थिति में सुधार तो हैं, लेकिन लगभग एक दर्जन नये मरीज की पहचान हुई है. शनिवार को खसरा से पीडि़त ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सा टीम बेलछी गांव पहुंचा. गांव में चिन्हित नये मरीजों की पहचान कर चिकित्सा मुहैया कराया. इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने बेलछी में खसरा से पीडि़त मरीजों को बुला कर जांच की.
इस मौके पर पहुंच चिकित्सकों की टीम ने बेलछी में खसरा से पीडि़त मरीजों को बुला कर जांच की. इस मौके पर पहुंच चिकित्सकों का स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने डोर टू डोर जाकर मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक दवाएं उपलब्ध करायी. इधर समाजसेवी प्रमोद पासवान एवं राजद नेता विजय पासवान ने आरोप लगाया कि पिछले माह से जो स्थिति थी. इस महामारी में एक ग्रामीण की जान भी गयी. इसके लिए कोई और नहीं चिकित्सा अधिकारी ही पूरी तरह जिम्मेवार है. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए. नेताओं ने कहा कि आज पीएचसी अरियरी की स्वास्थ्य व्यवस्था भगवान भरोसे हैं. चिकित्सकों के आने और जाने का कोई समय ही निर्धारित नहीं है. ऐसे में करोड़ों के खर्च के बाद भी खसरा जैसे बीमारी से मरीज की जान चली जाती है. नेताओं ने कहा कि अगर सात दिनों के अंदर मौत और पीएचसी की स्थिति की जांच कर कार्रवाई और मृतक के आश्रितों को मुआवजा सुनिश्चित नहीं हुई तब इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाया जायेगा. दोनों नेताओं ने सिविल सर्जन से जांच कर कार्रवाई की मांग की है.

Next Article

Exit mobile version