Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020: किस पर भारी पड़ेगा महागठबंधन में सीट बंटवारे का विवाद? पहले चरण की 71 सीटों के आंकड़ों से समझिए

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2020, Mahagathbandhan Seat Sharing Row, Bihar Election बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के बीच सीट बंटवारा फाइनल हो गया. एक दिन पहले महागठबंधन के सीट बंटवारे के ऐलान किया गया. इसके तहत राजद 144, कांग्रेस 70 और लेफ्ट पार्टियों के हिस्से में 29 सीटें गई है. बड़ी बात यह है कि सीट बंटवारे के ऐलान के साथ ही महागठबंधन बिखर गया है. अगर 2015 की बात करें तो इस चुनाव में जेडीयू और राजद का गठबंधन था, जबकि, 2020 में चुनावी समीकरण बिल्कुल अलग है. पहले चरण की 71 सीटों के चुनावी समीकरण को देखें तो 2015 के बाद 2020 के हालत उतने सही नहीं हैं, जितने दावे किए जाते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2020 11:09 AM

पटना: बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन के बीच सीट बंटवारा फाइनल हो गया. शुक्रवार को महागठबंधन के सीट बंटवारे का ऐलान हुआ. इसमें राजद 144, कांग्रेस 70, लेफ्ट पार्टियों के हिस्से में 29 सीटें गई. बड़ी बात यह है सीट बंटवारे के ऐलान के साथ ही महागठबंधन बिखर गया. विकासशील इंसान पार्टी ने महागठबंधन में सीट बंटवारे पर सवाल उठाए. राजद पर अति पिछड़ों के अपमान का आरोप मढ़ा और महागठबंधन को अलविदा कह दिया.

बीजेपी-जेडीयू गठबंधन में क्या चल रहा है? 

इन सबके बीच एनडीए में सीट बंटवारे के लिए आम सहमति बनती दिख रही है. माना जा रहा है बीजेपी-जेडीयू और दूसरी पार्टियों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद सीट बंटवारा कमोबेश फाइनल हो चुका है. इसके लिए बीजेपी-जेडीयू के बीच कई दौर की बातचीत हुई है. जबकि, रविवार को बड़ी खबर लोजपा से आई. रामविलास पासवान के दिल के ऑपरेशन किए जाने की बात सामने आई. ये भी बताया गया है कि कुछ हफ्तों के बाद एक और ऑपरेशन हो सकता है.

लोजपा में सीट बंटवारे पर फैसला कौन लेगा?

लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के एनडीए में जारी खटपट और चिराग पासवान के तेवर से लगता है कि कहीं कुछ जरूर है. हालांकि, चिराग पासवान क्या चाहते हैं ये आने वाले दिनों में पता चलेगा. फिलहाल चिराग ने पिता के स्वास्थ्य का हवाला दिया है. अब, सीट शेयरिंग पर फैसला कौन लेगा इस पर संशय बरकरार है. अगर महागठबंधन की बात करें तो सीट बंटवारे के बाद अब विधानसभा क्षेत्रों पर टिकी है. पहले चरण में 71 सीटों पर वोटिंग होनी है.

2015 के चुनाव से 2020 में बहुत कुछ बदला

महागठबंधन में सीट बंटवारा तो हो चुका है. अभी तक साफ नहीं हुआ है कौन किस सीट से चुनाव लडे़गा. इतना साफ है राजद 40, कांग्रेस 19-20 और बाकी सीटों पर लेफ्ट पार्टी लड़ेगी. पहले चरण की 16 जिलों की 71 सीटों में 2015 में महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियों ने शानदार प्रदर्शन किया था. 2015 के चुनाव में राजद ने 25, जदयू ने 21, कांग्रेस ने 8 सीटें जीती थीं. जबकि, बीजेपी को 14 सीटें मिली थी. सीपीआई और निर्दलीय भी एक-एक सीट जीते थे.

सीट बंटवारे के साथ महागठबंधन में नाराजगी

इस साल के विधानसभा चुनाव में चुनावी समीकरण भी काफी अलग हैं. जेडीयू के साथ बीजेपी का गठबंधन है. उनके साथ जीतनराम मांझी की पार्टी भी आ चुकी है. जबकि, राजद ने कांग्रेस समेत लेफ्ट पार्टियों के साथ महागठबंधन बनाया था. बड़ी बात यह है कि महागठबंधन के सीट बंटवारे के साथ ही गठबंधन की गांठ खुल गई है. विकासशील इंसान पार्टी ने महागठबंधन को अलविदा कह दिया है. मतलब, सीट बंटवारे के साथ ही महागठबंधन में नाराजगी बढ़ गई है.

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