कोइलवर राजवाहा में पानी की मांग, किसानों ने किया प्रदर्शन

आरा/संदेश : कोइलवर राजवाहा में निचली छोर तक पानी पहुंचाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुवार को बड़ी संख्या में किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया. किसान नेता महेश सिंह की अध्यक्षता में धरना दिया गया. विगत एक-डेढ़ दशक से प्रशासन एवं विभागीय निष्क्रियता के कारण कोइलवर राजवाहा में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2019 6:23 AM

आरा/संदेश : कोइलवर राजवाहा में निचली छोर तक पानी पहुंचाने सहित नौ सूत्री मांगों को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुवार को बड़ी संख्या में किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया. किसान नेता महेश सिंह की अध्यक्षता में धरना दिया गया.

विगत एक-डेढ़ दशक से प्रशासन एवं विभागीय निष्क्रियता के कारण कोइलवर राजवाहा में निचली छोर तक पानी का प्रवाह नहीं कराये जाने से नाराज किसानों ने अपनी नौ सूत्री मांगों के समर्थन में किसान-मजदूर संघर्ष समिति संदेश के बैनर तले धरना दिया.
धरने में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए किसान नेता भोलाशरण सिंह ने कहा कि विगत एक-डेढ़ दशक से कोइलवर राजवाहा में संदेश क्षेत्र के अंतिम छोर पर बसे किसानों को समय पर खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा रहा है, जिससे किसानों के खेत पानी के अभाव में अब बंजर होते जा रहे हैं.
किसानों के परिवार पर बैंक का इतना कर्ज हो गया है कि अब आत्महत्या करने के अलावा कोई उपाय नहीं दिखाई दे रहा है. पहले किसानों के खेतों में धान की फसलों से चारों तरफ हरियाली नजर आती थी. आज पानी के अभाव में खेतों में जंगली घास उगने लगी है. खेत बंजर होना शुरू हो गया है.
केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार हर साल किसानों की आय दुगना करने का कृषि रोड मैप बनता है, लेकिन वह योजना न किसानों तक पहुंच पा रही है औ न ही सिंचाई विभाग के पदाधिकारी किसानों की बात को सुनने को तैयार है. लापरवाही इतनी है कि कभी भी क्षेत्र में संबंधित पदाधिकारी दिखाई तक नहीं देते एवं डेढ़ से दशक से नहर में निचले छोर तक के किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने में अक्षम है.
इससे किसानों के ऊपर हर साल पानी के अभाव में खेतों से लागत निकाल पाना मुश्किल हो गया है. इससे सरकार का दावा किसानों की आय को दुगना करने एवं रोड मैप तैयार करना खोखला साबित हो रहा है. इस राजवाहा में निचली छोर तक पानी प्रवाहित कराने की मांग को लेकर बार-बार क्षेत्र के किसान धरना एवं प्रदर्शन करते रहे हैं. विभाग, प्रशासन एवं सरकार कान में तेल डालकर सो गयी है.
हम किसान सरकार एवं विभाग की नींद को खोलवाने के लिए और तीव्र एवं धारदार आंदोलन प्रदर्शन चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया है. किसानों की मांगों को अविलंब पूरा नहीं किया गया तो किसान अपनी परंपरागत पेशे को छोड़कर सिंचाई व्यवस्था को बहाल कराने के लिए सड़क पर उतर जायेंगे.
इस संबंध में किसानों द्वारा बीडीओ और सीओ से बातचीत कर एक ज्ञापन दिया गया. बाद में बीडीओ विंदु कुमार, सीओ बच्चा प्रसाद चौधरी ने किसानों के मांगपत्र पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. धरने में चंदेश्वर सिंह, अरुण सिंह, विपिन कुमार विश्वास, सत्यम कुमार, वृजभूषण राय, लालन सिंह, चंद्रशेखर सिंह, उमानाथ सिंह, देवकुमार सिंह, शशिकांत पांडेय, सरयू सिंह, रमेश कुमार सिंह, टुनटुन चौधरी, गौतम पांडेय, कौशल कुमार सिंह, लालती देवी, सीता देवी जयशंकर सिंह, रवींद्र सिंह, नितेश कुमार मिश्रा, रामजीत मिश्र, राजीव मिश्रा, वीरेंद्र राय, युगेश्वर सिंह आदि ने हिस्सा लिया.

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