महानंदा एक्सप्रेस 299 दिन बाद पटरी पर एक मई से लौटगी.

आरा : पटना-मुगलसराय रेलखंड से होकर पूर्वोत्तर भारत में जानेवाली महत्वपूर्ण ट्रेन महानंदा एक्सप्रेस 299 दिन बाद पटरी पर एक मई से लौटगी. एक मई को अलीपुरद्वार से 15483 अप ट्रेन खुलेगी. वहीं दिल्ली से 15484 डाउन तीन मई को अलीपुरद्वार के लिए चलेगी. इस चलने से गत 299 दिनों से शेष भारत से कटे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 21, 2018 5:26 AM

आरा : पटना-मुगलसराय रेलखंड से होकर पूर्वोत्तर भारत में जानेवाली महत्वपूर्ण ट्रेन महानंदा एक्सप्रेस 299 दिन बाद पटरी पर एक मई से लौटगी. एक मई को अलीपुरद्वार से 15483 अप ट्रेन खुलेगी. वहीं दिल्ली से 15484 डाउन तीन मई को अलीपुरद्वार के लिए चलेगी. इस चलने से गत 299 दिनों से शेष भारत से कटे पूर्वोत्तर राज्य से सीधा संपर्क जुड़ जायेगा.

गत वर्ष 2017 में 28 फरवरी तक कुहरे की वजह से रद्द रही. जुलाई के आखिरी माह में पूर्वोत्तर भारत में आयी भयंकर बाढ़ की वजह से करीब तीन माह तक रद्द कर दी गयी थी. इसके बाद 30 अप्रैल तक इस ट्रेन को रद्द कर दिया गया था. ट्रेन चलने की जानकारी देते हुए नार्थन रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि महानंदा एक्सप्रेस का परिचालन एक मई से किया जायेगा. इस संबंध में जल्द ही अधिसूचना जारी कर दी जायेगी.

सबसे ज्यादा समय तक रद्द रहनेवाली ट्रेन बनी महानंदा: यह ट्रेन पटरी से ज्यादा यार्ड की ही शोभा बढ़ा रही है, जिसका खामियाजा आम यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है. यह ट्रेन अलीपुरद्वार से दिल्ली के बीच चलती है. अलग-अलग कारणों से सबसे ज्यादा समय तक रद्द रहनेवाली यह ट्रेन बन चुकी है.
इस साल सबसे ज्यादा रद्द की गयीं ट्रेनें : इस साल सबसे ज्यादा ट्रेनें रद्द की जा चुकी हैं. पूरे देश में रेलवे ट्रैक को बदलने, नॉन इंटरलॉकिंग कार्य, वाशिंग एप्रोन कार्य, बाढ़ व कुहरे की वजह से ट्रेनों को लगातार रद्द किया जा रहा है. इसके कारण यात्रियों को सबसे ज्यादा फजीहत हो रही है.
यार्ड की शोभा बढ़ा रही महानंदा : गत दिनों के आंकड़ों पर गौर करें तो सबसे ज्यादा रद्द ट्रेनों में महानंदा एक्सप्रेस है. कुहरे की वजह से दिसंबर, 2016 से फरवरी, 2017 तक यह ट्रेन रद्द रही. गर्मी के दिनों में कई बार रैक के अभाव में रद्द कर दी गयी. पूर्वोत्तर भारत में गत वर्ष हुई भीषण बरसात की वजह से 30 नवंबर 2017 तक रद्द की गयी थी. इसके बाद कोहरे की वजह से 14 फरवरी 2018 रद्द थी. इसके बाद से आजतक यह ट्रेन रद्द ही रह रही है. ऐसे में यह ट्रेन पटरी से ज्यादा यार्ड की ही शोभा बढ़ा रही थी.
पूर्वोत्तर भारत से शेष भारत का जुड़ेगा सीधा संपर्क, होगी राहत
रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन के परिचालन शुरू करने की दी जानकारी

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