गैंगवार में दोनों युवकों की हत्या की आशंका

बिक्रमगंज : थाना क्षेत्र के तुर्ती गांव के बधार में कल मिले दो युवकों के शव की पहचान के बाद चर्चा का बाजार गर्म है. लोग दोनों को अपराधी प्रवृत्ति का बता रहे हैं और दोनों की हत्या गैंगवार में होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. गौरतलब हो कि शनिवार की शाम बिक्रमगंज […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 25, 2017 9:41 AM
बिक्रमगंज : थाना क्षेत्र के तुर्ती गांव के बधार में कल मिले दो युवकों के शव की पहचान के बाद चर्चा का बाजार गर्म है. लोग दोनों को अपराधी प्रवृत्ति का बता रहे हैं और दोनों की हत्या गैंगवार में होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
गौरतलब हो कि शनिवार की शाम बिक्रमगंज आये युवकों के परिजनों ने शवों के फोटो से उनकी शिनाख्त की. पुलिस ने परिजनों को दोनों युवकों के शवों को सौंप दिया. मृत युवक सीमावर्ती भोजपुर जिला मुख्यालय आरा शहर के आनंद नगर मोहल्ले के निवासी हैं.
पहली नजर में युवकों की हत्या के तार आरा जेल से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की जारी है. बिक्रमगंज के सलेमपुर पुल से चिकसिल जानेवाली सड़़क के किनारे धान के खेत में फेंके हुए दो युवकों के शव की बरामदगी ने पुलिस की मुश्किलें बढ़ा दी थीं.
युवकों की वेशभूषा देखने से ही उनकी हत्या के पीछे किसी- न- किसी गैंग के हाथ होने की आशंका जतायी जाने लगी थी. शवों के अज्ञात होने के चलते प्रावधान के मुताबिक उन्हें 72 घंटे तक सुरक्षित रखा गया था, ताकि इस बीच उनके परिजन आ जाएं.
हाल के दिनों में गैंगस्टर गतिविधियों का केंद्र बने बिक्रमगंज में एक के बाद एक घटित हो रही हाईटेक अपराधों से पुलिस बैकफुट पर आ गयी है. आज शाम आरा के आनंद नगर मोहल्ला से पहुंचे बीरेंद्र पांडेय एवं अशोक यादव ने मृतकों के थाने में उपलब्ध कराये गये फोटो को देखकर रोने लगे. मृत युवक वीरेंद्र पांडेय का पुत्र विवेक कुमार पांडेय उर्फ भोला पांडेय तथा अशोक यादव का पुत्र सुनील यादव बताया जाता है.
परिजनों ने बताया कि गुरुवार की शाम दोनों युवक एक साथ ही घर से निकले थे. इसके बाद उनका पता नहीं चला. मीडिया से मिली खबरों में दो युवकों के शव की खबर देख वे बिक्रमगंज आये. सूत्रों की मानें तो हत्यारे इन युवकों को शव बरामद होने के एक दिन पहले शाम में ही गुडफेथ में उन्हें पार्टी के नाम पर ले गये.
खाना-पीना हुआ और खाने में ही उन्हें बेहोशी की दवा दे दी गयी. युवकों की हत्या बेहोशी की अवस्था में गोली मारकर की गयी और भोजपुर पुलिस को झांसा देने के लिए शवों को लाकर सुनसान स्थल पर बिक्रमगंज थाना क्षेत्र में फेंक दिया गया.बहरहाल बिक्रमगंज थाने की पुलिस इस मामले में गुमसुुम दिख रही है. पुलिस ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इनकार किया है.

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