पंचतत्व में विलीन हुआ बीएसएफ का जवान, गांव में पसरा मातम

आर्मी मैन पिता ने दी बेटे को मुखाग्नि, तो गमगीन हुआ माहौल आरा : हजारीबाग में ट्रेनिंग कर रहे बीएसएफ के जवान का शव उसके पैतृक गांव आते ही देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गयी. शुक्रवार को गांगी घाट पर जवान पंचतत्व में विलीन हो गया. जवान के आर्मी मैन पिता कमलेश सिंह […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 22, 2017 8:56 AM
आर्मी मैन पिता ने दी बेटे को मुखाग्नि, तो गमगीन हुआ माहौल
आरा : हजारीबाग में ट्रेनिंग कर रहे बीएसएफ के जवान का शव उसके पैतृक गांव आते ही देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गयी. शुक्रवार को गांगी घाट पर जवान पंचतत्व में विलीन हो गया. जवान के आर्मी मैन पिता कमलेश सिंह ने अपने बड़े बेटे बीएसएफ के जवान मिथिलेश कुमार को मुखाग्नि दी.
इस दौरान जवान के अंतिम संस्कार के दौरान शव के साथ आये बीएसएफ के जवानों ने सलामी दी, जिसके बाद उसका दाह- संस्कार किया गया. बेटे को आग देते ही आर्मी मैन पिता की आंख से आंसू छलक गया. इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों की आंखें नम हो गयी. पिता की आंखों में आंसू छलकते ही गांगी घाट पर पूरा माहौल गमगीन हो गया. जिस पिता की अरथी को बेटा कांधा देता, उसी पिता ने बेटे को मुखाग्नि दी.
बतादे कि चरपोखरी थाना क्षेत्र धंधौली गांव निवासी कमलेश सिंह का बड़ा बेटा मिथिलेश कुमार बीएसएफ का जवान था. जो हजारीबाग में अप्रैल माह से ही ट्रेनिंग कर रहा था. गुरुवार की सुबह बीएसएफ कैंप से ही पेड़ से लटकता हुआ शव पुलिस ने बरामद किया था. हालांकि विभाग इसे आत्महत्या से मौत बता रहा है. वहीं परिजनों को यकीन नहीं हो रहा है कि मिथिलेश ऐसा काम कर सकता है.
परिजन हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए जांच की मांग कर रहे हैं. पिता कमलेश सिंह ने बताया कि पिछले रविवार को पूरे परिवार से बातचीत हुई थी. बीएसएफ का जवान मिथिलेश दो भाइयों में बड़ा था. इसी वर्ष उसकी बीएसएफ में ज्वाइनिंग हुई थी. छोटा भाई रितेश बेंगलुरु में आर्मी स्कूल में पढ़ाई करता है.
भाई की मौत की खबर सुनते ही वह फ्लाइट से आरा पहुंच गया. जवान की एक छोटी बहन प्रतिमा है, जो 10 वीं क्लास में पढ़ती है. घटना के बाद मां कमला देवी का रोते- रोते बुरा हाल है. वहीं पिता को काठ मार गया है.
जवान का पूरा परिवार है सेना में
बीएसएफ जवान मिथिलेश के पिता कमलेश सिंह वर्तमान में आर्मी में पदस्थापित है जो झांसी में तैनात है. जवान के दादा विश्वनाथ सिंह भी एयर फोर्स से रिटायर्ड है. जवान का पूरा परिवार सेना में है. पूरे परिवार की देश की सेवा करने की इच्छा से ही दादा से प्रेरणा लेकर मिथिलेश बीएसएफ में भर्ती हुआ था.

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