कुछमन-किऊल सेक्शन में सबसे ज्यादा हाेती है चेनपुलिंग
संजीत उपाध्याय आरा पूर्व मध्य रेलवे जोन के तहत आनेवाले दानापुर डिवीजन की महिमा अपरंपार है. पूरे जोन में अवैध तरीके से ट्रेनों को रोकने के मामले में दानापुर डिवीजन इतिहास गढ़ते हुए पहले स्थान पर पहुंच गया है. भारतीय रेलवे द्वारा गत दो माह में कराये गये सर्वेक्षण में इसका खुलासा हुआ. इस दौरान […]
संजीत उपाध्याय
आरा पूर्व मध्य रेलवे जोन के तहत आनेवाले दानापुर डिवीजन की महिमा अपरंपार है. पूरे जोन में अवैध तरीके से ट्रेनों को रोकने के मामले में दानापुर डिवीजन इतिहास गढ़ते हुए पहले स्थान पर पहुंच गया है.
भारतीय रेलवे द्वारा गत दो माह में कराये गये सर्वेक्षण में इसका खुलासा हुआ. इस दौरान पूमरे जोन में कुल 265 चेनपुलिंग के मामले दर्ज किये गये हैं. इसमें दानापुर डिवीजन में सबसे ज्यादा 115 व सबसे कम धनबाद डिवीजन में महज छह मामले दर्ज किये गये हैं. कुछमन- बक्सर-आरा-बख्तियारपुर-मोकामा-किउल सेक्शन पर सबसे ज्यादा चेनपुलिंग की घटनाएं होती हैं. गत छह माह में ही आरा रेल थाने से 147 यात्रियों को गिरफ्तार किया गया. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन के तहत आनेवाले दानापुर डिवीजन में 115, सोनपुर मंडल में 66, मुगलसराय मंडल में 52, समस्तीपुर मंडल में 26 तथा धनबाद मंडल में सिर्फ छह मामले चेनपुलिंग के दर्ज किये गये हैं. इस दौरान 801 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और जुर्माने के तौर पर 5 लाख 69 हजार रुपये वसूले गये.
छह माह में 8 हजार 425 गाड़ियां चलीं लेट : इस साल जनवरी से मई तक भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों की टाइमिंग को लेकर सर्वे कराया गया. इस दौरान दानापुर डिवीजन में 8 हजार 425 ट्रेनें अपने समय से लेट चलीं. चेनपुलिंग की वजह से 3.69 फीसदी गाड़ियां लेट हुई हैं. सबसे ज्यादा खराब स्थिति 2014 में थी. केवल दानापुर डिवीजन में ही 19 हजार 943 ट्रेनें लेट चली थीं.
सबसे कम धनबाद डिवीजन में हुई चेनपुलिंग : पूमरे के क्षेत्राधिकार में आनेवाले धनबाद डिवीजन में सबसे कम चेनपुलिंग के मामले दर्ज किये गये. दो माह के अंदर महज छह मामले ही दर्ज हुए. ट्रेनों को समय से चलाने के मामले में भी धनबाद डिवीजन की स्थिति बेहतर है. धनबाद के बाद कम चेनपुलिंग समस्तीपुर मंडल में होती है.