इजरायल-इरान में तनाव बढ़ने से सोना-चांदी की कीमत में उछाल, 40 प्रतिशत तक घटी बिक्री

लगन के दौरान एक माह में सोना-चांदी के भाव में उछाल से शहर के सर्राफा व्यवसायियों की चिंता बढ़ी हुई है.

By Prabhat Khabar | May 3, 2024 9:24 PM

लगन के दौरान एक माह में सोना-चांदी के भाव में उछाल से शहर के सर्राफा व्यवसायियों की चिंता बढ़ी हुई है. 40 फीसदी तक बिक्री गिर गयी है. कारोबारियों की मानें तो सोना-चांदी की कीमत में उछाल का बड़ा कारण इरान व इजरायल में तनाव बढ़ना है. हालांकि, लोकसभा चुनाव भी ग्राहकों की संख्या में कमी का एक कारण माना जा रहा है.

पिछले साल मई माह में 10 ग्राम सोना 24 कैरेट की कीमत 55 हजार रुपये थी, इस साल उछाल के बाद 76 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गयी थी. हालांकि फिर घटकर 71500 रुपये तक पहुंच गयी है. सर्राफा कारोबारी दीपक सोनी ने बताया कि अक्षय तृतीया में सोना-चांदी की कीमत चढ़ने के आसार हैं. साथ ही जैसे ही लोकसभा चुनाव पूरी तरह संपन्न हो जायेगा, वैसे ही कीमत और चढ़ सकती है. वहीं चांदी कीमत इस साल 85000 रुपये प्रति किलो तक चढ़ गयी थी, जो कि 10 दिनों में 82500 रुपये पर आ गयी है. पिछले साल चांदी कीमत 65000 से 70000 रुपये तक पहुंच गयी थी.

पूर्व में मिले आर्डर से सात फीसदी हो रहा घाटा

व्यवसायी मुकेश साह ने बताया कि सोना के दाम में रिकार्ड उछाल आया है, इससे ग्राहकों में कमी आयी है. सोना के कारोबार में भी 40 फीसदी से अधिक गिरावट दर्ज की गयी है. लोकसभा चुनाव में कई ग्राहक नगद पैसा लेकर बाजार नहीं पहुंच पाये. गांव-देहात के अधिकतर ग्राहक अब भी नगद पैसा देकर ही सोना-चांदी के आभूषण खरीदते हैं. पूर्व में ऑर्डर से सात फीसदी तक घाटा भी हो रहा है.

सोना-चांदी के भाव में उतार चढ़ाव

एक माह से लगातार सोना-चांदी के भाव में उतार चढ़ाव जारी है. बार-बार सोना-चांदी के भाव में आये उतार-चढ़ाव से को खरीदारी करने में दिक्कत हो रही है. अभी अधिक जरूरत होने पर ही सोना- चांदी के आभूषण खरीद रहे है. लगन के दौरान भी सीमित खरीदारी से बाजार में रौनक कम हो गयी है. चांदी 65000 से बढ़कर 85 हजार तक पहुंच गयी थी, जो दो दिन पहले गिरकर 82500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी. वहीं सोना की कीमत जो पिछले साल 55 से 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गयी थी, एक माह के अंदर बढ़कर 76000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गयी थी. अभी 71500 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गयी. जिला स्वर्णकार संघ के पूर्व सचिव विजय साह ने बताया कि लगन के बावजूद एक माह के अंदर ग्राहकों की संख्या सोनापट्टी में कम दिखी. ग्राहक जो टारगेट कर सोना की खरीदारी करने आते है, वे अब उसमें कटौती करने की बात करते हैं. व्यवसायियों को अपना ग्राहक बचाने के लिए छोटा व हल्का आभूषण बनाने में काफी कठिनाई हो रही है.

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