जनता के हवाले कर देना चाहिए दुष्कर्मी को

भागलपुर: न्यायालय परिसर में आम दिनों की तरह ही बुधवार को भी चहल-पहल थी, लेकिन मीडियाकर्मियों व पुलिस की भारी उपस्थिति देख अधिवक्ता हो या कोर्ट आने वाले लोग यह जानना चाह रहे थे कि माजरा क्या है. लोगों तक यह सूचना पहुंची गयी थी कि सिवनी रेप कांड के आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 16, 2013 1:30 PM

भागलपुर: न्यायालय परिसर में आम दिनों की तरह ही बुधवार को भी चहल-पहल थी, लेकिन मीडियाकर्मियों व पुलिस की भारी उपस्थिति देख अधिवक्ता हो या कोर्ट आने वाले लोग यह जानना चाह रहे थे कि माजरा क्या है. लोगों तक यह सूचना पहुंची गयी थी कि सिवनी रेप कांड के आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट लाया गया है. हर कोई दुष्कर्मी को देखना चाहता था. अधिकतर लोग कह रहे थे कि दुष्कर्मी को जनता के हवाले कर देना चाहिए था. पब्लिक अच्छी तरह इस दुष्कर्मी का हिसाब कर देगी. दुष्कर्मी को तो रात्रि में ही पत्थर से कूच-कूच कर मार देना चाहिए था.

इसने भागलपुर, अमरपुर ही नहीं पूरे राज्य का नाम बदनाम कर दिया . जितने लोग उतनी बातें. लोग हुसैनाबाद के स्थानीय लोगों व फिरोज के रिश्तेदार की सराहना कर रहे थे, जिन्होंने इसकी गिरफ्तारी करायी. इसी बीच एक व्यक्ति जो अमरपुर के रहनेवाला था उसे देख दूसरे ने कहा, अरे यह दुष्कर्मी तुम्हारे क्षेत्र का ही है. सुबह 7.30 बजे जैसे ही कोर्ट परिसर में वज्र वाहन और उसके पीछे पुलिस गाड़ियों का काफिला प्रवेश किया. मीडियाकर्मियों का हुजूम पीछे-पीछे दौड़ने लगा. लोग हैरत में पड़ गये कि आखिर आज कोर्ट में क्या होने वाला है. कुछ लोगों को अखबार से पहले से ही मालूम था, इसके बाद खुली चर्चा शुरू हो गयी. एक महिला वकील अपने सहकर्मियों से कह रही थी कि ऐसे लोगों को सड़क पर खुले में लोगों के बीच छोड़ देना चाहिए, इसका तुरंत उपाय हो जाता. मामले को लंबा खींचने से कोई फायदा नहीं है.

कुछ मुवक्किलों का कहना था कि दुष्कर्म के आरोपी ने भागलपुर आकर यहां का नाम बदनाम कर दिया. कोई किसी को पूछ रहा था कि यह दुष्कर्मी कहां का है और कहां दुष्कर्म किया. दूसरे व्यक्ति उन्हें समझा रहे थे कि दिल्ली में जो पांच वर्षीया बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है. इसी तरह मध्यप्रदेश में भी चार वर्षीया बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है.

सभी लोग इसका खुल कर विरोध कर रहे थे और अपने दबे आक्रोश को दुष्कर्म के आरोपी फिरोज के बारे में कुछ न कुछ कह रहे थे. कई लोग फिरोज को बिहार और भागलपुर प्रमंडल का कुलंगार मान रहे थे. कई लोग आरोपी के घर का बैक ग्राउंड खंगाल रहे थे.लोग अखबार खरीद कर भी पढ़ रहे थे. अन्य दिनों से कोर्ट परिसर में अखबार की बिक्री बढ़ गयी थी.

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