भागलपुर से फरार सजायाफ्ता कुख्यात विकास झा दिल्ली में गिरफ्तार, पिस्टल बरामद

नयी दिल्ली : भागलपुर से फरार सजायाफ्ता कुख्यात विकास झा को दिल्ली की स्पेशल सेल और बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स ने दिल्ली के नांगलोई इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से एक .32 बोर की सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और सात कारतूस बरामद किये गये. साल 2011 में दरभंगा में दो इंजीनियरों की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 19, 2019 7:37 AM

नयी दिल्ली : भागलपुर से फरार सजायाफ्ता कुख्यात विकास झा को दिल्ली की स्पेशल सेल और बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स ने दिल्ली के नांगलोई इलाके से गिरफ्तार कर लिया है.

उसके पास से एक .32 बोर की सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और सात कारतूस बरामद किये गये. साल 2011 में दरभंगा में दो इंजीनियरों की एके-47 से हत्या कर सुर्खियों में आये विकास झा ऊर्फ कालिया के खिलाफ फिरौती और हत्या के कई आरोप हैं. दो इंजीनियरों की हत्या के मामले में अदालत विकास झा को आजीवन कारावास की सजा सुना चुकी है.

19 अगस्त को वह भागलपुर स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैदी वार्ड से फरार हो गया था. तब से वह दिल्ली सहित कई शहरों में अपना ठिकाना बदलता रहा. फिर वह दिल्ली आकर किसी बड़े कांड की साजिश में जुटा था. दिल्ली के नांगलोई इलाके में किराये का मकान लेकर वह रह रहा था. दिल्ली पुलिस ने दो महीने तक विकास झा के ठिकाने की जानकारी जुटाने के लिए अपने संपर्क सूत्र और सर्विलांस का सहारा लिया.

दिल्ली के नांगलोई इलाके में किराये के मकान लेकर वह रह रहा था. पुलिस लगातार उसके लोकेशन का पता लगाने की कोशिश कर रही थी. लेकिन विकास अलग-अलग मोबाइल सिम कार्ड का प्रयोग कर पुलिस को चकमा देता रहा. पुलिस उसके करीबियों पर पैनी निगाह बनाये हुई थी. जैसे ही विकास ने अपने करीबी से संपर्क किया, पुलिस को उसके लोकेशन का पता चल गया. दिल्ली पुलिस ने इसकी सूचना बिहार पुलिस को दी.

बिहार एसटीफ की टीम दिल्ली पहुंच गयी. जैसे ही दिल्ली पुलिस को अपने सूत्र से विकास के राजधानी पार्क में मौजूद होने की सूचना मिली. एसटीएफ और स्पेशल सेल ने उसे घेरकर समर्पण करने के लिए कहा. पुलिस को देखते ही विकास ने अपनी पिस्टल निकाल ली, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया. दिल्ली पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया. पूछताछ के दौरान विकास ने 15 मामलों में संलिप्त होने की बात कबूल की है.

इंजीनियर की हत्या एके-47 से करने की बात भी उसने स्वीकार की है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि संतोष झा 10वीं कक्षा तक पढ़ा है. छोटा अपराध करते-करते वह संतोष झा गैंग में शामिल हो गया. विकास तीन बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो चुका है.

पूछताछ में उसने बताया कि संतोष झा की हत्या गैंग के सदस्य रहे मुकेश पाठक ने की है और उसे भी मारना चाहता है, लेकिन पुलिस गिरफ्त से फरार होने के कारण वह बच गया. उसने अपहरण फिरौती और हत्या की बात भी स्वीकार की है. एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उससे गहन पूछताछ की है. उसके बाद उसे अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर बिहार पुलिस को सौंप दिया जायेगा. उसके बाद बिहार पुलिस उसे अपने साथ लेकर जायेगी.

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