बिना मान्यता वाले कॉलेजों की छात्राएं लाभ से वंचित
भागलपुर :मुख्यमंत्री सुकन्या याेजना के लाभ से वैसी छात्राएं वंचित हाे गयी हैं, जिनके काॅलेजाें की मान्यता 2018 के बाद रद्द कर दी गयी है. मान्यता रद्द हाेने के कारण इन काॅलेजाें के नाम याेजना से जुड़े अाॅनलाइन अावेदन फाॅर्मेट में शामिल नहीं किया गया है. छात्राएं जब योजना लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन करती […]
भागलपुर :मुख्यमंत्री सुकन्या याेजना के लाभ से वैसी छात्राएं वंचित हाे गयी हैं, जिनके काॅलेजाें की मान्यता 2018 के बाद रद्द कर दी गयी है. मान्यता रद्द हाेने के कारण इन काॅलेजाें के नाम याेजना से जुड़े अाॅनलाइन अावेदन फाॅर्मेट में शामिल नहीं किया गया है. छात्राएं जब योजना लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन करती हैं, तो उन्हें अपने कॉलेज का नाम मिलता नहीं है और बगैर कॉलेज का नाम इंट्री किये आवेदन स्वीकार नहीं होता है.
इस याेजना के तहत छात्राअाें काे 25 हजार रुपये मिलते हैं. छात्रा अनुराधा कुमारी ने टीएमबीयू के रजिस्ट्रार काे अावेदन देकर अपनी समस्या बतायी है. सत्र 2015-18 के भाैतिकी स्नातक की इस छात्रा ने अावेदन में कहा है कि वह याेजना के लाभ के लिए अावेदन कर रही है, ताे उसके काॅलेज का नाम विकल्प में नहीं अाता है. छात्रा ने कहा है कि उसे स्नातक में 85.5 प्रतिशत अंक मिले थे. अगर उसे इस याेजना का लाभ नहीं मिला, ताे उसकी पीजी की पढ़ाई रुक सकती है. बताया जा रहा है कि इस तरह की समस्या बांका के तीन अाैर भागलपुर व खगड़िया के एक-एक काॅलेज की पासआउट छात्राओं के साथ हो रही है.