गंगा में डुबकी लगा श्रद्धालुओं ने की पूजा, गरीबों को दिया दान

भागलपुर : मकर संक्रांति पर मंगलवार को श्रद्धालु शहर के कई गंगा घाटों पर डुबकी लगायी. गरीबों को अनाज, कपड़े, कंबल, पैसे, तिल-गुड़ व अन्य वस्तुओं का दान किया. बरारी स्थित पुलघाट, लंच घाट, राधाकृष्ण घाट, मुसहरी घाट, छोटी खंजरपुर घाट समेत अन्य घाटों पर दोपहर बाद तक लोगों ने स्नान किया. गंगा तट पर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 16, 2019 6:21 AM
भागलपुर : मकर संक्रांति पर मंगलवार को श्रद्धालु शहर के कई गंगा घाटों पर डुबकी लगायी. गरीबों को अनाज, कपड़े, कंबल, पैसे, तिल-गुड़ व अन्य वस्तुओं का दान किया. बरारी स्थित पुलघाट, लंच घाट, राधाकृष्ण घाट, मुसहरी घाट, छोटी खंजरपुर घाट समेत अन्य घाटों पर दोपहर बाद तक लोगों ने स्नान किया. गंगा तट पर बैठे भिखारियों को पैसे व अनाज दिये. शहर समेत जगदीशपुर, नाथनगर, सबौर, अमरपुर, बांका व अन्य जगहों से घाट पर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.
श्रद्धालुओं ने बताया कि मकर संक्रांति पर गंगा नदी में स्नान करने की परंपरा है. लोगों ने गंगा स्नान कर शहर के बूढ़ानाथ मंदिर, भूतनाथ मंदिर, दुर्गा व काली मंदिरों में पूजा अर्चना की. मंदिरों में मूर्तियों पर तिल गुड़ व दही चूड़ा का भोग लगाया.
दही-चूड़ा व तिल खाकर मनाया पर्व : मकर संक्रांति को लेकर लोग सुबह सुबह पूजा पाठ की तैयारी में जुट गये. घर की साफ सफाई व स्नान-ध्यान के बाद लोगों ने पूरे परिवार के साथ दही, चूड़ा, तिल, लाइ व मिठाइयाें का सेवन किया. शाम में घरों में खिचड़ी बनी.
श्रद्धालुओं ने बताया कि सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने की तिथि से ठंड कम होने लगती है. इस तिथि को स्नान, पूजा पाठ व सुपाच्य भोजन करने का रिवाज है. इससे लोगों का स्वास्थ्य लाभ भी होता है. भीषण ठंड से परेशान लोगों में ऊर्जा का संचार होता है.
खिचड़ी का प्रसाद वितरित
भागलपुर. मकर संक्रांति पर ऑक्सिमीन ग्रुप की ओर से मंगलवार को सिकंदरपुर पानी टंकी के पास पूजा-अर्चना की गयी. राहगीरों में 251 किलोग्राम खिचड़ी का वितरण प्रसाद के रूप में किया गया. समाज में शांति व खुशहाली की कामना की गयी. मौके पर कंपनी के निदेशक आनंद शुक्ला आदि मौजूद थे.
दीपनगर में हवन यज्ञ : दीपनगर स्थित आर्य समाज मंदिर में मंगलवार को विशेष हवन यज्ञ हुआ. हवन यज्ञ मंदिर प्रधान प्रकाश चंद्र गुप्त के नेतृत्व में हुआ. संचालन संरक्षक संजय कुमार भागलपुरी व नरसिंह शर्मा ने किया. मौके पर कृष्णानंद गुप्त, डॉ जयंत जलद, रेणु सिंह, सच्चिदानंद मंडल, रूप सागर दास, महादेव सिंह, दया शंकर त्रिवेदी व अन्य लोग थे.

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