बिना जांचे-परखे एसडीपीओ नवगछिया ने बना दिया अभियुक्त

डीआइजी को सीओ सबौर ने आवेदन देकर की शिकायत भागलपुर : डीआइजी भागलपुर पूर्वी क्षेत्र को सीओ (अंचलाधिकारी) सबौर तरुण केसरी ने आवेदन पत्र सौंप आरोप लगाया कि बिना जांचे-परखे ही एसडीपीओ नवगछिया ने उन्हें अपने पर्यवेक्षण में अभियुक्त बना दिया. डीआइजी ने एसपी नवगछिया को इस मामले में जांच करने का निर्देश दिया. डीआइजी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2017 5:27 AM

डीआइजी को सीओ सबौर ने आवेदन देकर की शिकायत

भागलपुर : डीआइजी भागलपुर पूर्वी क्षेत्र को सीओ (अंचलाधिकारी) सबौर तरुण केसरी ने आवेदन पत्र सौंप आरोप लगाया कि बिना जांचे-परखे ही एसडीपीओ नवगछिया ने उन्हें अपने पर्यवेक्षण में अभियुक्त बना दिया. डीआइजी ने एसपी नवगछिया को इस मामले में जांच करने का निर्देश दिया.
डीआइजी को सौंपे ज्ञापन में सीओ सबौर ने कहा कि अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नवगछिया ने उन्हें अपने पर्यवेक्षण टिप्पणी में अभियुक्त बना दिया है, जो कि सच नहीं है. उन्होंने कहा कि साल 2016 में वह रंगरा अंचल पदाधिकारी के पद पर कार्यरत थे.
उस समय बाढ़ आयी थी. बाढ़ पीड़ितों में बांटी गयी राहत सामग्री के भुगतान के लिए अापूर्तिकर्ता ने उनके समक्ष 1,81,405 रुपये का बिल भेजा. भुगतान के लिए उन्हाेंने नाजिर को चेक प्रस्तुत करने को कहा. श्री केसरी ने चंक पंजी में 1,81,405 रुपये का चेक उनके समक्ष प्रस्तुत करने पर उन्होंने दैनिक कार्य के तहत उस पर हस्ताक्षर किया, लेकिन आपूर्ति करनेवाले आशीष जायसवाल ने 1,81,405 के आगे 2 अतिरिक्त अंक लिख 21 लाख 81 हजार 405 रुपये भुगतान करा लिया. यह चेक को देख कर लगता है कि उक्त चेक पर ओवरराइटिंग की गयी है. संभवत: बैंककर्मी की सहभागिता से इतनी ज्यादा धनराशि एक ही दिन में बैंक द्वारा भुगतान कर दिया गया. ऐसे में इस मामले की गहराई से जांच कराकर असल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाये.
बोले, उन्होंने तो जारी किया था 1,81,405 रुपये का चेक, लेकिन आशीष जायसवाल ने उसके आगे दो अंक लिख ले लिया बैंक से 21,81,405 रुपये का भुगतान

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