सफाईकर्मी मांगों को ले अड़े, हड़ताल जारी गंदगी से फैलेगी महामारी मरीजों की फूलने लगी सांस

भागलपुर: जवाहरलाल नहेरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में संविदा कर्मियों की हड़ताल टूटने से व्यवस्था पटरी पर भी नहीं आयी कि सफाईकर्मियों की हड़ताल से गंदगी का अंबार लगने लगा. चारों ओर सड़ांध फैलने लगी. महामारी फैलने का भय बढ़ गया. मरीजों को स्वस्थ होने की बजाय बीमार होने की संभावना बढ़ गयी है. मरीजों के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2017 12:44 PM
भागलपुर: जवाहरलाल नहेरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में संविदा कर्मियों की हड़ताल टूटने से व्यवस्था पटरी पर भी नहीं आयी कि सफाईकर्मियों की हड़ताल से गंदगी का अंबार लगने लगा. चारों ओर सड़ांध फैलने लगी. महामारी फैलने का भय बढ़ गया. मरीजों को स्वस्थ होने की बजाय बीमार होने की संभावना बढ़ गयी है. मरीजों के परिजनों की सांसें फूलने लगी है.
फर्श पर फैला संक्रमित खून, रूई व मेडिकल वेस्टेज : मायागंज अस्पताल के इमरजेंसी में जहां संक्रमित खून, रूई व मेडिकल वेस्टेज फर्श पर फैला रहा, वहीं मेडिकल वेस्टेज से कचरे का डिब्बा भर गया था. फर्श पर परत दर परत धूल व अन्य तरल मेडिकल वेस्टेज जम गया था. फर्श पर मरीजों के बेड लगे थे, इससे सभी की परेशानी बढ़ गयी थी. खुद चिकित्सक व हेल्थ मैनेजर परेशान दिख रहे थे. उन्हें इलाज करने व चिकित्सकीय व्यवस्था करने में दिक्कत हो रही थी. अस्पताल परिसर में कचरे का अंबार लगना शुरू हो गया. इस व्यवस्था सभी परेशान थे. रूई व अन्य मेडिकल वेस्टेज फर्श पर फैला था, इससे संक्रमण फैलने का भय बढ़ गया.
130 लोगों का काम कर रहे थे छह लोग : 130 सफाईकर्मी का काम पांच-छह सुपरवाइजर कर रहे थे. जैसे-तैसे कचरा उठा रहे थे. कहीं मशीन से सफाई करने की खानापूर्ति हो रही थी. फर्श पर चिपचिपाहट व बदबू आना बंद नहीं हुआ.
जगह-जगह पीक के छींटें : अस्पताल के विभिन्न वार्ड के कोने, दीवार व फर्श पर गुटखा, पान आदि के पीक के छींटे बढ़ गये थे. इसकी बदबू चारों तरफ फैल रही थी. कहीं चावल फेंका था, तो कहीं खून, मवाद फैला था. खाना बांटनेवाले भी नाक पर रूमाल रखे थे.
गार्ड को बीमार होने का डर: सुरक्षा में तैनात गार्ड नाक पर कभी रूमाल रखते, तो कभी अन्य चीजों से बदबू को रोक रहे थे. उन्हें बीमार होने का डर लग रहा था. उनका कहना था कि सफाईकर्मी की तरह सुपरवाइजर से कभी सफाई नहीं हो सकती.
सफाईकर्मियों के समर्थन में उतरा सीटू
सफाईकर्मी दूसरे दिन भी धरना पर बैठे रहे. उनके समर्थन में सफाई मजदूर यूनियन-सीटू आ गया. यूनियन के महासचिव शंकर साह ने अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल को पत्र लिखकर सफाई मजदूरों को इपीएफ व इएसआइ कटौती का लेखापत्र उपलब्ध कराने की मांग की. जब सफाईकर्मी अपना अधिकार मांगने जाते, तो उस समय हटाने की धमकी दी जाती है. जब सफाईकर्मी का इपीएफ काटा जा रहा है, तो नियमानुसार लेखा विवरणी क्यों नहीं दिया गया. यह अन्याय है. सफाई मजदूरों को वर्दी, दस्ताना, मास्क अन्य जरूरी सामान उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.

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