कटाव के कारण कई इलाकों में जमा है बाढ़ का पानी

भागलपुर : कोसी-सीमांचल के इलाके से बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. हालांकि सहरसा व सुपौल में कटाव ने मुसीबत बढ़ा दी है. कटाव के कारण सहरसा के असैय चाकी मधेपुरा के आलमनगर व चौसा एवं कटिहार के मनिहारी में अब भी बाढ़ का पानी जमा है. मंगलवार को मधेपुरा में दो, […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 23, 2017 5:15 AM
भागलपुर : कोसी-सीमांचल के इलाके से बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है. हालांकि सहरसा व सुपौल में कटाव ने मुसीबत बढ़ा दी है. कटाव के कारण सहरसा के असैय चाकी मधेपुरा के आलमनगर व चौसा एवं कटिहार के मनिहारी में अब भी बाढ़ का पानी जमा है. मंगलवार को मधेपुरा में दो, सुपौल व कटिहार के समेली में एक-एक व्यक्ति की मौत डूबने से हो गयी. मंगलवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया पहुंचे.
कटाव के कारण…
सीएम ने बायसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. पीड़ितों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया. सहरसा के नवहट्टा प्रखंड के कोसी नदी ने केदली पंचायत के असैय चाही में पूर्व मुखिया जानकी कुमारी सहित तीन दर्जन से अधिक परिवार का घर नदी में विलीन हो गया. सुपौल में पूर्वी तटबंध के 64.95 किलोमीटर स्पर पर कोसी का दबाव मंगलवार को भी जारी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी घटने के कारण स्पर पर कटाव तेज हुआ है. मधेपुरा के आलमनगर व चौसा में महिलाएं कोसी मां की पूजा-अर्चना कर कोसी मां को खोयैक्षा देकर विदा कर रही है, लेकिन कोसी विदा नहीं ले रही है. अररिया में बाढ़ की विभिषिका ने जिले के लगभग 15.5 लाख लोगों को अपना निशाना बनाया है. यह आंकड़ा जिला प्रशासन के आपदा विभाग द्वारा जारी किया गया है. राहत नहीं मिलने से लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. कटिहार के मनिहारी में स्थिति अब भी दयनीय है. महानंदा के पानी से मनिहारी प्रखंड के सभी पंचायतों के साथ-साथ मनिहारी शहर के अधिकतर वार्ड प्रभावित हुए हैं. मनिहारी-कटिहार मुख्य सड़क पर बाढ़ पीड़ित शरण लिए हुए हैं.
पूर्णिया के बायसी व धमदाहा के इलाकों में पानी तो कम हो रहा है लेकिन लोगों की मुश्किलें बरकरार है. मंगलवार की शाम सीएम ने बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया. बाढ़ पीड़ितों की समस्या जानने के बाद सीएम ने अधिकारियों को हर पीड़ितों तक राहत पहुंचाने का निर्देश दिया.

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