बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी भाजपा, संजय जायसवाल ने कहा एक साल में नीतीश का नाम लेने वाला नहीं रहेगा कोई

संजय जायसवाल गुरुवार को बेतिया स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में शामिल रही भाजपा हमेशा बिहार के विकास की बात सोचती रही है. पहली बार बिहार में सरकार बनी जो उद्योग धंधे पर काम कर रही थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2022 7:46 PM

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि आने वाले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में भाजपा सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. प्रदेश की सभी सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी रहेंगे. उन्होंने कि आनेवाले एक साल में ही नीतीश कुमार का नाम लेने वाला कोई नहीं बचेगा. नीतीश कुमार अकेले बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़कर देख लें.

भाजपा हमेशा विकास की बात सोचती रही है 

डॉ जायसवाल गुरुवार को बेतिया स्थित अपने आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार में शामिल रही भाजपा हमेशा बिहार के विकास की बात सोचती रही है. पहली बार बिहार में सरकार बनी जो उद्योग धंधे पर काम कर रही थी. जदयू ऐसा नहीं होने देना चाहता था. उन्होंने चिंता जतायी कि अब आनेवाले दिनों में बिहार में औद्योगिक विकास का जो खाका खिंचा गया था, उसके पूरा होने की उम्मीद क्षीण हुई है. मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेंद्र सर्राफ, मनोज सिंह, रवि सिंह, मुकेश प्रसाद सहाय उर्फ गांधी बाबा, रिंकी गुप्ता समेत अन्य लोग भी मौजूद थे.

ललन सिंह के आरोपों पर किया पलटवार

डॉ जायसवाल ने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के आरोपों पर पलटवार किया. कहा कि जदयू को तेजस्वी के साथ जाना था, इसके लिए वे बहाने खोज रहे थे. इसके तहत ललन सिंह हम पर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का आरोप लगा रहे हैं. ललन सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मुख्य सचिव अमीर सुबहानी सिर्फ इतना जवाब दे दें कि मुंगेर में कैसे मदरसे की तीन मंजिला बिल्डिंग ब्लास्ट हुई. छपरा में अभी तीन मंजिला मकान व घर में तहखाना मिला. पटाखा बनाने वाला गरीब अपने घर में तहखाना नहीं बनाता है.

Also Read: तेजस्वी यादव दिल्ली के लिए रवाना, लेंगे पिता का आशीर्वाद और बंधवायेंगे बहन से राखी
नीतीश ढूंढ रहे थे बहाना- संजय जायसवाल  

संजय जायसवाल ने कहा कि पीएफआइ की पैठ की बात पूछना, पीएम के कार्यक्रम के पूर्व बम विस्फोट की साजिश की बात पूछना सांप्रदायिक हो सकता है क्या? यहीं बात पूछने पर नीतीश कुमार नाराज हैं. इसका मतलब स्पष्ट है कि उन्हें तेजस्वी के साथ जाना था. बहाने ढूंढ रहे थे. उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, अग्निवीर आदि के मुद्दे पर बात करना सांप्रदायिक हो सकता है?

Next Article

Exit mobile version