अधिकारियों से गुहार लगाते रहे लोग, अतिक्रमण पर चलता रहा बुलडोजर
जिला प्रशासन व नगर निगम के द्वारा संयुक्त रुप से चौथे दिन भी लोहियानगर गुमटी व रेलवे लाइन के दक्षिणी भाग से लेकर आरओबी के पू्र्वी छोर तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया.
बेगूसराय. जिला प्रशासन व नगर निगम के द्वारा संयुक्त रुप से चौथे दिन भी लोहियानगर गुमटी व रेलवे लाइन के दक्षिणी भाग से लेकर आरओबी के पू्र्वी छोर तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. उक्त परिक्षेत्र में जो कुछ ढांचा बचा रह गया था, उसे बुलडोजर के द्वारा जमींदोज किया गया. इस दौरान शुक्रवार को भी अतिक्रमण हटाने पर लगभग 2000 लीटर शराब बनाने की कच्ची सामग्री बरामद की गयी. जिसे पुलिस प्रशासन द्वारा नष्ट कर दी गयी. लोहिया नगर गुमटी से रेलवे लाइन की दक्षिणी चौहद्दी व एनएच-31 की उत्तरी चौहद्दी आरओबी के पूर्वी छोर तक अतिक्रमण मुक्त करा दी गयी है. उक्त क्षेत्र में दूर दूर तक अब सिर्फ मलबा ही मलबा बचा हुआ है. शुक्रवार को अतिक्रमण मुक्ति से विस्थापित लोग दिन भर मलवे से जरूरी बांस टूटे एस्बेस्टस व टीन का चदरा विभिन्न माध्यमों के सहारे ढोते रहें. एनएच- 31 का उत्तरी किनारे तथा रेलवे लाइन के दक्षिणी किनारे पर दिन भर टूटी झोपड़ियों के अवशेष को जुटाकर कर विस्थापित लोग ढोते रहे. वही दूसरी ओर कुछ मलबे को बुलडोजर द्वारा रेलवे लाइन एनएच के बने एक चौड़े नाले में ठेल दिया गया. उक्त परिक्षेत्र में अभी 100 टन से अधिक मलबे पड़े हुए हैं. कुछ दिनों पूर्व उक्त जगह पर जहां इस छोर से उस छोर तक झोपड़ी ही झोपड़ी दिखायी पड़ती थी, आज वहां सिर्फ मलबे नजर आ रहें हैं. प्रशासन द्वारा किए गए कार्यवाही की कुछ पक्ष तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं बहुत से लोग अतिक्रमण हटाने के टाइमिंग पर सवाल उठा रहें हैं. कुछ लोगों का कहना है कि यदि अतिक्रमण हटाना ही था तो इसके लिए सर्द कनकनी का मौसम का चयन करने की जगह गर्मी के मौसम में उजाड़ने की कार्रवाई की जाती. वहीं जिला प्रशासन ने साफ संकेत दे दिया है कि अतिक्रमण हटाने का अभियान रुकने वाला नहीं है. जो भी सरकारी जमीनों का अस्थाई अतिक्रमण है उसे शीघ्र मुक्त करा ली जायेगी.
वार्ड-28 लोहियानगर परिक्षेत्र से भी सरकारी जमीन को कराया जायेगा अतिक्रमणमुक्त
लोहिया नगर गुमटी व रेलवे लाइन से उत्तर परिक्षेत्र को भी अतिक्रमण मुक्ति अभियान का आज चेतावनी दे दी गयी है. शुक्रवार को अपराह्न् के बाद बुलडोजर के साथ जिला प्रशासन की टीम लोहियानगर गुमटी के उत्तर तरफ चली गयी. रेलवे गुमटी से उत्तर लोहिया नगर मोहल्ले में प्रवेश स्थल पर दो दुकानों पर भी बुलडोजर चला दिया. फिर आसपास के सभी दुकानदारों को सुबह तक अतिक्रमण हटा लेने चेतावनी दे दी गयी है. जैसे ही बुलडोजर एनएच-31 से निकल कर रेलवे गुमटी पार कर उत्तर तरफ लोहियानगर की ओर बढ़ी सभी दुकानदारों में हड़कंप मच गया. सभी के चेहरों पर हवाइयां उड़ने लगीं, लेकिन दो दुकानों को नष्ट कर बुलडोजर की कार्रवाई जब रुक गयी तो लोगों को सांस में सांस आयी.
ठंड के मौसम में खुले आकाश में रहने को मजबूर हैं भूमिहीन विस्थापित
एक ओर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन का बुलडोजर अभियान जारी है, वहीं दूसरी ओर झोपड़पट्टी में रह रहे गरीब परिवार बेघर होने की त्रासदी से जूझ रहे हैं. पोखरिया क्षेत्र में अतिक्रमण हटाए जाने के बाद कई परिवारों के आशियाने उजड़ गए, जिसके कारण महिलाओं-बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की बेबसी साफ झलक रही है. रात होते ही दर्जनों परिवार एनएच-31 के किनारे खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हो गए.जबकि कई लोग टूटे पड़े घरों के मलबे पर चूल्हा जलाकर खाने को विवश दिखाई दिए. छोटे बच्चों के चेहरों पर घर टूटने का डर और असुरक्षा की छाप स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. महिलाओं का कहना है कि बिना नोटिस और बिना पुनर्वास के अचानक बुलडोजर चलने से उनके सिर से छत छिन गयी और अब उनके सामने रहने व खाने की गंभीर समस्या खड़ी हो गयी है. हालांकि प्रशासन इसे सरकार और कोर्ट के निर्देश के तहत अतिक्रमण मुक्त अभियान का हिस्सा बता रहा है. लेकिन पीड़ित परिवारों का दर्द लगातार सामने आ रहा है. उनका कहना है कि वे वर्षों से यहां झोपड़ी डालकर रह रहे थे, लेकिन हटाये जाने के बाद अब उनके पास न जमीन है, न रहने का कोई विकल्प. अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है, लेकिन बेघर गरीब परिवारों की स्थिति ने मानवता व पुनर्वास व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिये हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
