स्वच्छता कर्मियों व पर्यवेक्षकों की हड़ताल 11वें दिन भी जारी, गंदगी से लोग हो रहे हलकान
प्रखंडाधीन विभिन्न पंचायतों में अपनी सेवा दे रहे स्वच्छता कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का हड़ताल सोमवार को 11 वें दिन भी जारी रहा.
चेरियाबरियारपुर. प्रखंडाधीन विभिन्न पंचायतों में अपनी सेवा दे रहे स्वच्छता कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का हड़ताल सोमवार को 11 वें दिन भी जारी रहा. बताया जा रहा स्वच्छता कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों का अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में 27 अगस्त से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है. जिससे जगह जगह कुड़ा कचरा का अंबार लग गया है. ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे पूरे प्रखंड क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था चरमरा कर रह गयी है. जानकारी के अनुसार अस्पताल परिसर से लेकर प्रखंड एवं अंचल कार्यालय तथा पंचायतों में जहां से कचरा उठाया जाता था. वहां कुड़ा कचरा का ढेर बनते जा रहा है. इसके साथ ही कुड़ा कचरा के सड़ने से बाजारों में भी उसकी बदबू फैल रही है. जिसके फलस्वरूप लोगों में महामारी फैलने की आशंका होने लगी है. उक्त बाबत पर्यवेक्षक गौतम कुमार, श्यामला कुमारी, राहुल कुमार, मुकेश कुमार, रविरंजन कुमार, शाहिल अली, अर्जुन कुमार, स्वच्छता कर्मी लालो मल्लिक, विशेश्वर सहनी, पप्पू मल्लिक, प्रमोद मल्लिक सहित अन्य ने बताया कि हम लोग अपनी 08 सूत्री मांगों के समर्थन में हड़ताल पर मजबूती से जमे हुए हैं. अपनी जायज मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ सभी एकजुट हैं.
स्वच्छता कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों के हड़ताल को पंचायत प्रतिनिधियों का भरपूर समर्थन और सहयोग मिल रहा है. मुखिया सह मुखिया संघ के प्रदेश महासचिव रमेश सिंह, प्रखंड अध्यक्ष सह जिला उपाध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ रामलोली, मुखिया रविनेश कुमार राही उर्फ रविश सिन्हा, मुखिया प्रतिनिधि बम-बम सिंह सिंह आदि ने स्वच्छता कर्मियों एवं पर्यवेक्षकों के हड़ताल को जायज बताते हुए अपना समर्थन देने की घोषणा की. पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि स्वच्छता कर्मी अपनी जान को जोखिम में डालकर आम लोगों को स्वच्छ और साफ सुथरा वातावरण उत्पन्न कराते हैं. परंतु मजदूरी के नाम पर इन्हें एवं इनके परिवार के सदस्यों को भरपेट सादा भोजन के बराबर भी मजदूरी नहीं मिलती है. वर्तमान में सरकार ने जो मनरेगा मजदूरों के लिए मजदूरी निर्धारित किया है. उतना मजदूरी तो इन्हें मिलना ही चाहिए. इसके लिए हमलोग प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक समर्थन और सहयोग करेंगे.
हड़ताल को पंचायत प्रतिनिधियों का मिल रहा समर्थन
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