अंग्रेजों के जमाने में बनाये गये खपड़ैलनुमा भवन में चल रहा दहिया प्राथमिक विद्यालय
अंग्रेज के जमाने में बना खपरैल नुमा विद्यालय भवन अब खंडहर में तब्दील हो गया है. फिर भी विभागीय अधिकारी बेसुध पड़े हुए हैं.
भगवानपुर. अंग्रेज के जमाने में बना खपरैल नुमा विद्यालय भवन अब खंडहर में तब्दील हो गया है. फिर भी विभागीय अधिकारी बेसुध पड़े हुए हैं. यह मामला प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत रसलपुर पंचायत के दहिया गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय दहिया का है. जहां खपरैल नुमा जर्जर भवन किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार इस विद्यालय का स्थापना करीब 90 वर्षों पूर्व हुआ था. जिसमें खपरैल नुमा दो वर्ग कक्ष का भवन है. जिसका एक वर्ग कक्ष पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. वहीं दूसरा वर्ग कक्ष भी जर्जर स्थिति में है. फिर भी उसी वर्ग कक्ष में पठन पाठन किया जाता है. इस विद्यालय में कक्षा एक से पांच तक में कुल 43 छात्र छात्राएं नामांकित है. जिसमें दो शिक्षक व चार शिक्षिका कार्यरत हैं. विद्यालय में विभागीय स्तर से सबमर्सिबल बोडिंग तो लगाया गया है. फिर भी शुद्ध पेयजल का संकट गहराया हुआ है. बताया जाता है कि सबमर्सिबल बोडिंग से साफ पानी नहीं निकलने के कारण एक चापाकल के सहारे विद्यालय चल रहा है. वहीं शौचालय की भी कमी है. एक शौचालय रहने से बच्चों सहित शिक्षक शिक्षिकाओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसको लेकर विद्यालय के प्रधान शिक्षिका सिमा सिंह ने बताया कि विद्यालय को खपरैल नुमा भवन में दो वर्ग कक्ष है, वो भी काफी जर्जर हालात में है. जिसमें एक वर्ग कक्ष का छत बीते 10 नवंबर को टूट कर गिर गया है. जिससे कोई बड़ा हादसा होते होते बच गया. उन्होंने बताया कि विद्यालय परिसर में संकुल संसाधन केंद्र का भवन बना हुआ है. उसी में किसी तरह पठन पाठन किया जाता है. वो भी जर्जर स्थिति में है. उसमें भी बरसात के समय में पानी टपकते रहता है. दुरुस्त भवन नहीं रहने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं उक्त समस्या को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीण शेखर व मारुति नंदन ने इस विद्यालय में भवन निर्माण करवाने की मांग जिला प्रशासन से किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
