गरीबाें के घर उजाड़ने के विरोध में माले व एआइएसएफ ने निकाला प्रतिवाद मार्च

लोहियानगर गुमटी से पूरब ओवरब्रिज के नीचे बसे दलित–महादलित परिवारों पर लाठियां चलाकर उजाड़े जाने के खिलाफ भाकपा–माले कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रतिवाद मार्च निकला.

By MANISH KUMAR | December 3, 2025 9:35 PM

बेगूसराय. लोहियानगर गुमटी से पूरब ओवरब्रिज के नीचे बसे दलित–महादलित परिवारों पर लाठियां चलाकर उजाड़े जाने के खिलाफ भाकपा–माले कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रतिवाद मार्च निकला. मार्च जिला कार्यालय कमलेश्वरी भवन से निकल विभिन्न मार्गों से गुजर जिला सामहरणालय के उत्तरी द्वार पर पहुंचा. जहां प्रदर्शन सभा का आयोजन किया गया. मौके पर कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर नहीं पर्चा देने, रोजी-रोटी का सुरक्षा देने के नारे बुलंद कर रहे थे. मौके पर चन्द्रदेव वर्मा, नवल किशोर सिंह और राजेश श्रीवास्तव के अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया. जिसे संबोधित करते हुए माले जिला सचिव दिवाकर ने कहा कि जिस तरह मोदी–नीतीश सरकार ने बुलडोजर चलवाया. महिलाओं–बच्चों पर लाठियां बरसवाईं और बिना नोटिस व बिना पुनर्वास पूरी बस्ती को उजाड़ दिया. उसके खिलाफ आज पूरे जिले के न्याय पसंद लोग निंदा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बेगूसराय की यह घटना सिर्फ एक प्रशासनिक अपराध नहीं, बल्कि सत्ता की मिलीभगत से चलाया जा रहा ऐसा वर्ग–युद्ध है जिसमें सबसे कमजोर तबकों को निशाना बनाया जा रहा है. दिवाकर ने आरोप लगाया कि मोदी–नीतीश सरकार संविधान की आत्मा को पैरों तले कुचलते हुए गरीबों की बस्ती पर बुलडोजर चला रही है, और यह दमनकारी हुकूमत अब खुलेआम यह संदेश दे रही है कि गरीबों की जिंदगी, घर और सम्मान की कोई कीमत नहीं. उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज के नीचे दशकों से बसे परिवारों को रातोंरात उजाड़ दिया गया, छोटे बच्चों तक को नहीं बख्शा गया, महिलाओं को घसीटा गया यह शासन नहीं, बल्कि निर्दयी सत्ता का अहंकार नाच है. उन्होंने चेतावनी दी कि यह सरकार जितना दबाव बनायेगी, उतनी ही बड़ी प्रतिरोध की लहर उठेगी. बिहार की जमीन पर अन्याय का हर बुलडोजर जनता की एकजुट ताकत के आगे ढेर होगा. उन्होंने मांग की किया कि बेगूसराय में दमन के जिम्मेदार अधिकारियों पर तुरंत कार्रवाई हो, उजाड़े गए परिवारों का पूर्ण पुनर्वास किया जाए और पूरे बिहार में दलित–गरीब बस्तियों पर बुलडोजर कार्रवाई पर तत्काल रोक लगे. दिवाकर प्रसाद, सोनू फर्नाज, अमरजीत पासवान, दीपक सिन्हा, एहतेशाम अहमद, सुरेश पासवान, बिनोद पासवान, किशोर पासवान, संजय ठाकुर,सुरेश पासवान, नीलेश झा, सुनीता देवी, क्रांति देवी, सुधा देवी, सीता देवी, रेखा कुमारी, फूलेना पासवान, रीना देवी, मुन्नी देवी शामिल थे.

बुलडोजर चलाने से पहले आवास उपलब्ध कराएं सरकार : अमीन हमजा

बेगूसराय. कोर्ट का आदेश है कि भूमिहीनों का घर उजाड़ने से पहले उन्हें आवास मुहैया कराया जाना चाहिए, लेकिन वर्तमान भाजपा जदयू की सरकार के द्वारा बिहार भर में गरीब लाचार और भूमिहीनों को बिना आवास मुहैया कराए जबरन उनके घर को बिना नोटिस के खाली करवाया जा रहा है. जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. उक्त बातें अतिक्रमण हटाने के नाम पर झुग्गी झोपड़ियों पर चलाये गये बुलडोजर और जेंट्स पुलिस के द्वारा महिला पर बर्बरतापूर्ण लाठी चार्ज के विरोध में एआइएसएफ और एआइवाइएफ द्वारा आयोजित प्रतिरोध मार्च को संबोधित करते हुए एआइएसएफ के राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा ने कहीं. उन्होंने कहा कि बेगूसराय के अंदर अतिक्रमण हटाने के नाम पर महिला के साथ जेंट्स पुलिस के द्वारा जो जबरन लाठी चार्ज की घटना की गयी दुर्भाग्यपूर्ण है. जिला प्रशासन उसे संज्ञान में लेकर ऐसे पुलिस पर अभिलंब कार्रवाई करें और जिन लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया गया उन्हें अविलंब आवास मुहैया कराएं. ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन एवं ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन ने संयुक्त रूप से बेगूसराय के एसबीएसएस कॉलेज से लोहियानगर रेलवे गुमती तक एआइएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य कैसर रेहान,जिला उपाध्यक्ष बसंत कुमार के नेतृत्व में प्रतिरोध मार्च निकाला. प्रतिरोध मार्च में राज्य अध्यक्ष शंभू देवा, राष्ट्रीय परिषद सदस्य कैसर रेहान एवं जिला उपाध्यक्ष बसंत कुमार शादाब खुर्शीद, शाहरूख, रणवीर, सन्नी, किशन, रविना, सोनम, सोनाली, रणवीर शाहजहां आदि सहित दर्जनों छात्र नौजवान उपस्थित थे.

बिना नोटिस के गरीबों पर बुलडोजर चलाने के खिलाफ आंदोलन करेगी आम आदमी पार्टी

बेगूसराय. आम आदमी पार्टी नेता डॉ जितेन्द्र राय ने झोपड़पट्टी पर की प्रशासनिक कार्रवाई की निंदा की है. कहा कि बिहार और दिल्ली में भाजपा की सरकार अतिक्रमण हटाने के नाम पर ग़रीब गुरबा लोगो का घर उजाड़ रही है.इस ठंड के सुरुआती मौसम में ही बिहार में भाजपा की सरकार बनते ही सरकार ग़रीब गुरबा लोगो पर क़हर बरपाने लगी है. इस घटना का आम आदमी पार्टी विरोध करती है साथ ही सरकार से मांग करती है कि सरकारी भूमि पर बसे वैसे परिवार जिनके पास सरकारी भूमि के अलावे बसने के लिए अपना भूमि नहीं है उन्हें चिह्नित कर शीघ्र बसावे उसके बाद ही सरकारी भूमि पर बसे लोगो को हटाये या बुलडोज़र चलाए. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो आम आदमी पार्टी वैसे पीड़ित परिवार के साथ खड़ा रहेगी और जिला प्रशासन के ख़िलाप आंदोलन करेगी.

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