Begusarai News : एनएच-31 किनारे झोंपड़पट्टी को बुलडोजर ने रौंदा, आंखों के सामने उजड़े आशियाने

नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने जेल गेट के निकट आरओबी से लेकर लोहियानगर रेलवे गुमटी तक एनएच-31 के किनारे अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया.

By SHAH ABID HUSSAIN | December 2, 2025 10:07 PM

पुलिस व अतिक्रमणकारियों के बीच हुई नोकझोंक, लाठीचार्ज कर खदेड़ा

बेगूसराय. जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निर्देश पर नगर निगम और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने मंगलवार को जेल गेट के निकट आरओबी से लेकर लोहियानगर रेलवे गुमटी तक एनएच-31 के किनारे बड़े पैमाने पर अस्थायी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया. इसका अतिक्रमणकारियों ने विरोध किया. पुलिस ले लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया. अभियान का संचालन नगर आयुक्त सोमेश बहादुर माथुर, एसडीएम अनिल कुमार, एसडीपीओ आनंद कुमार पांडेय, ट्रैफिक डीएसपी रंजीत कुमार, उपनगर आयुक्त ओसामा इब्न मंसूर, सहायक स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी अनुराग कुमार व सूरज कुमार, नगर योजना पर्यवेक्षक अजीत कुमार गोंड और सीटी मेनेजर राजीव रंजन सिंह ने किया. इस अवसर पर निगम कर्मी, महिला और पुरुष पुलिस बल की बड़ी संख्या मौजूद थी. अभियान में दो-दो बुलडोजर का उपयोग किया गया. अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमणकारी और पुलिस के बीच हल्की झड़प और नोकझोंक भी हुई. कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंके, जिन्हें खदेड़ कर तुरंत नियंत्रित कर दिया गया. जब अभियान टीम लोहियानगर गुमटी के पास पहुंची, तो एनएच-31 के किनारे अवैध झोंपड़ी और फुटपाथी दुकानों में हड़कंप मच गया. झोंपड़ी और दुकानदार बार-बार अधिकारियों से समय देने की गुहार लगा रहे थे, ताकि स्वयं हटाकर नुकसान कम कर सकें, लेकिन अधिकारियों ने बुलडोजर द्वारा कार्रवाई जारी रखी. इस दौरान आरओबी के पीलर तक सटी झोंपड़ी और दुकानों को हटाया गया. जिला प्रशासन और नगर निगम अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया केवल प्रारंभिक कदम है. भविष्य में भूमि पर पार्किंग, फुटपाथी दुकानदारों के लिए वेंडिंग जोन, हरित क्षेत्र और अन्य नागरिक सुविधाएं विकसित की जायेंगी. इससे शहर के लोग और व्यवसायिक समुदाय दोनों लाभान्वित होंगे और शहर में व्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित होगी.

शहर में ट्रैफिक दबाव बढ़ने के कारण आवागमन हो रहा है मुश्किल

जिला प्रशासन और नगर निगम ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमणमुक्त करायी गयी जमीन पर विभिन्न प्रकार की नागरिक सुविधाएं विकसित करने की योजना बनायी जा रही है. शहर में ट्रैफिक दबाव बढ़ने के कारण आवागमन मुश्किल हो रहा है. इ-रिक्शा का बढ़ता परिचालन और फुटपाथी दुकानदारों के अस्थायी अतिक्रमण से सड़कें जाम होने लगी हैं. सरकारी जमीन पर वर्षों से कब्जा किये गये अतिक्रमण हटाकर नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए भूमि तैयार की जा रही है. इ-रिक्शा चालकों ने लंबे समय से पार्किंग की मांग की है. सड़कों पर अनियंत्रित पार्किंग के कारण आवागमन बाधित हो रहा है. नगर निगम द्वारा इ-रिक्शा चालकों के लिए उचित पार्किंग व्यवस्था बनाने की कवायद शुरू की गयी है. इसी तरह, फुटपाथी दुकानदारों के लिए स्थायी वेंडिंग जोन बनाये जाने की योजना भी तैयार की जा रही है, ताकि सड़कों का अतिक्रमण न हो और व्यवस्थित वाणिज्यिक गतिविधियां संचालित की जा सकें. स्थानीय लोग और व्यापारी प्रशासन की इस पहल का स्वागत कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस कार्रवाई से न केवल शहर की सड़कों पर आवागमन सुगम होगा बल्कि भविष्य में नागरिक सुविधाओं के विकास और ट्रैफिक नियंत्रण में मदद मिलेगी. नगर निगम प्रशासन का उद्देश्य सरकारी जमीन का उपयोग सार्वजनिक हित में करना और शहरवासियों की जीवनशैली सुधारना है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है