बीजेपी का टिकट कटने से पार्टी के पदाधिकारी देने लगे इस्तीफा

बखरी विधानसभा कई दशक से बीजेपी का सीट रहा है. पूर्व में यहां से बीजेपी से रामानंद राम विधायक भी रह चुके हैं.

By MANISH KUMAR | October 14, 2025 10:09 PM

गढ़पुरा. बखरी विधानसभा कई दशक से बीजेपी का सीट रहा है. पूर्व में यहां से बीजेपी से रामानंद राम विधायक भी रह चुके हैं. वर्ष 2020 में बीजेपी के रामशंकर पासवान महज 777 मतों के अंतराल से चुनाव हार गये एवं महागठबंधन के सीपीआइ उम्मीदवार सूर्यकांत पासवान चुनाव जीत गये. इसके बाद से ही बखरी विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी ने कड़ी मेहनत किया. इसी मेहनत के बदौलत बीजेपी कार्यकर्त्ता इस बार बखरी विधानसभा जितने की पुरी तैयारी कर चुके थे लेकिन अचानक यह सीट एनडीए गठबंधन ने लोजपा को दें दिया इसके कारण बीजेपी कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है. यह नाराजगी अब खुलकर सामने आने लगी है. भाजपा युवा मंडल अध्यक्ष विकास कुमार राय ने अपने फेसबुक आइडी से लिखा है कि केंद्रीय चुनाव समिति एवं भाजपा के शीर्ष नेताओं को जो करना था वह कर लिया. बखरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जो भी पदाधिकारी हैं सभी इस्तीफा देने के लिए तैयार रहें. उन्होंने आगे लिखा है कि ग्राउंड जीरो की स्थिति एवं सर्वे को दरकिनार कर पार्टी हर चुनाव में कार्यकर्ताओं की बली लेती है. भाजपा मंडल मंत्री सचिन कुमार ने फेसबुक पर लिखा है कि मैं सचिन कुमार पूरे होशो हवास में भारी मन से निर्णय लेता हूं आज से मैं भारतीय जनता पार्टी के सदस्य एवं पार्टी के सभी पद से इस्तीफा देता हूं. भाजपा कार्यकर्ता राघव पाठक ने लिखा है कि बखरी की जनता बाहरी को कभी स्वीकार नहीं करेगी और एक बात ध्यान रहे कि कार्यकर्ता किसी भी पार्टी का गुलाम नहीं होता है. इसके अलावा भी दर्जनों ऐसे बीजेपी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी हैं जो पार्टी के आला कमान के खिलाफ जमकर पोस्ट कर रहे हैं. सभी का मानना है कि अगर लोजपा ही यहां से चुनाव लड़ती तो उसको यहां पूर्व से ही तैयारी करना चाहिए था. साथ ही साथ लोजपा बेगूसराय के बदले स्थानीय कार्यकर्ता को टिकट देती तो कुछ हद तक बेहतर होता. बीजेपी कार्यकर्ता अब यह भी लिख रहे हैं कि बखरी विधानसभा के मतदाता बाहरी लोगों को कभी भी मौका नहीं देगी. इस तरह के पोस्ट कहीं ना कहीं एनडीए के लोजपा उम्मीदवार संजय पासवान को नुकसान पहुंचाएगी. फिलहाल बखरी विधानसभा सीट बीजेपी का नहीं होने के कारण केंद्रीय मंत्री सह सांसद गिरिराज सिंह भी खुलकर सामने आए हैं एवं पार्टी के इस निर्णय से अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है. बताते चलें कि रामशंकर पासवान, उमेश पासवान, विनोद राम, मीनू राम, रामानंद राम समेत कई पार्टी के लोग अपने आप को बीजेपी का उम्मीदवार मान रहे थे अचानक टिकट कटने से ये लोग भी अंदर ही अंदर नाराज हैं यह अंतर कलह कहीं ना कहीं एनडीए के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.

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